राजस्थान में सोमवार 17 अक्टूंबर के दिन कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए मतदान पूरा हुआ। जानिए कितने नेताओं ने नहीं डालें अध्यक्ष के लिए वोट और क्यों। जयपुर में सचिन पायलट ने नहीं डाला वोट जाने सारी खबरें। सीएम अशोक गहलोत ने बोली ये बात
जयपुर. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर देशभर में अलग-अलग राज्यों में चल रही मतदान की प्रक्रिया शाम 4:00 बजे पूरी हो गई । राजस्थान में भी नेताओं ने मलिकार्जुन खरगे और शशि थरूर के बीच एक को चुनने के लिए मतदान किया । जयपुर स्थित प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में यह मतदान हुआ। लेकिन शाम को जब मतगणना हुई तो पता चला की कई वोट कम गिरे। राजस्थान में प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में हुए मतदान के दौरान 414 पीसीसी सदस्यों को मतदान करना था, लेकिन इनमें से 393 पीसीसी सदस्य ही मतदान करने आए। बाकी सदस्यों ने पीसीसी में मतदान नहीं किया।
सभी सदस्यों ने किया मतदान
मतदान के बाद शाम करीब 5:30 बजे राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मीडिया को जानकारी दी कि लगभग सभी सदस्यों ने मतदान किया है। कुछ सदस्य राजस्थान में मौजूद नहीं थे इस कारण वे मतदान करने नहीं आए, लेकिन उन्होंने अपनी सुविधा के अनुसार अन्य राज्यों में मतदान कर मतगणना को पूरा किया है ।
सचिन पायलट ने किया दिल्ली से मतदान, बीमारी के चलते नहीं पहुंचे विधायक
सचिन पायलट राजस्थान में मौजूद नहीं थे उन्होंने दिल्ली में मतदान किया। वहीं विधायक वाजिद अली विदेश में थे इस कारण भी मतदान नहीं कर सके। उधर राघवेंद्र मिर्धा भी मत डालने नहीं आ सके डोटासरा ने बताया कि कुछ पीसीसी सदस्य मत डालने नहीं आ सके क्योंकि वह स्वस्थ नहीं थे। प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में हुई मतदान में सवेरे 10:00 बजे सबसे पहला वोट पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने डाला। उसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत , विश्वेंद्र सिंह ,महेंद्र चौधरी समेत अन्य नेताओं और पीछे के सदस्यों ने अपने मत का प्रयोग किया।
सचिन पायलट के लिए अशोक गहलोत ने बोली ये बात
पीसीसी में चल रही मतदान प्रक्रिया के दौरान पीसीसी के अंदर किसी भी व्यक्ति को बिना आई कार्ड के प्रवेश नहीं दिया। मत डालने आए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट का नाम लिए बिना कहा कि कुछ युवाओं को आगे पहुंचने की बहुत ही जल्दी है ,यह उचित नहीं है समय पर सभी काम होते हैं। इंतजार करना बहुत जरूरी है ।
गौरतलब है की राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रहे विवाद का निपटारा करने के लिए दिल्ली से पर्यवेक्षकों को जयपुर आना है। जयपुर आने के बाद विधायक दल की बैठक होनी है और इस बैठक में यह निर्णय लिया जाना है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट दोनों में से इसे मुख्यमंत्री की कुर्सी दी जाए। बताया जा रहा है कि दिवाली के बाद पर्यवेक्षक जयपुर आ सकते हैं।
यह भी पढ़े- अमित शाह ने किया हिन्दी में MBBS की किताबों का विमोचन, बोले- पूरी हो गई पीएम मोदी की इच्छा