राजस्थान के जयपुर के फेमस हॉस्पिटल एस एम एस से पिछले सप्ताह को लापता हुए 4 माह के दिव्यांश को पुलिस ने ढ़ूंढ़ ही लिया था। सोमवार की जयपुर कमिश्नरेट में आया था यह बच्चा। तभी वहां बड़े बड़े अफसर उसके साथ पिक्चर लेने, और बच्चे को एक बार गोद में लेने के लिए मच गई होड।
जयपुर (राजस्थान). जयपुर पुलिस कमिश्नरेट में आज शाम को 4 महीने का दिव्यांश उर्फ लक्की आया तो उसे गोद में लेने के लिए होड़ मच गई। सीनियर आईपीएस अफसर समेत उनके मातहत अधिकारी बच्चे की एक झलक पाने के लिए आतुर दिखे। कभी बच्चा कमिश्नर की गोद में जा रहा था तो कभी एडिशनल कमिश्नर उसे बुला रहे थे। अफसरों के पास लगे उनके स्टाफ को भी अपने नंबर का इंतजार था। करीब 1 घंटे तक यह बच्चा जयपुर पुलिस कमिश्नरेट में रहा ,इस दौरान कई अफसरों ने उसे अपनी गोद में खिलाया और उस पर प्यार लुटाया। 4 महीने का यह बच्चा बड़ी अनहोनी को टाल कर आया था। उसके साथ उसके दादा-दादी और गांव के कुछ अन्य लोग भी मौजूद थे।
कमिश्नर बोले सांस ऊपर नीचे हो गई थी तुम्हारे बारे में सुनकर
जयपुर के पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ,अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर अजय पाल लांबा समेत 10 से ज्यादा आईपीएस एक दर्जन आरपीएस और कई पुलिस इंस्पेक्टर आज जयपुर पुलिस कमिश्नरेट मे मौजूद थे। जब 4 महीने का बच्चा दिव्यांश कमिश्नर के पास पहुंचा तो कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने उसे उसकी दादी से गोद में ले लिया । उसे देखकर अनायास ही उनके मुंह से निकला कि..... तुम्हारे बारे में सुनकर सांसे ऊपर नीचे हो गई थी ,जयपुर में शायद ही कोई ऐसा पुलिसवाला हो जिसने तुम्हारे बारे में जांच-पड़ताल नहीं कि आखिर तुम कहां चले गए थे ....अब तुम कहीं मत जाना अपने दादा दादी की गोद में ही रहना....। वहीं अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर अजय पाल लांबा ने बच्चे को गोद में लेकर कहा कि पूरे जयपुर की पुलिस तुम्हें तलाश रही थी शुक्र है तुम मिल गए।
पिछले सप्ताह हॉस्पिटल से उठा ले गया था, आरोपी
उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते बुधवार को जयपुर शहर के s.m.s. अस्पताल से 4 महीने के बच्चे दिव्यांशु उर्फ लकी को हेमेंद्र सिंह उर्फ राजू नाम के एक चोर ने चुरा लिया था। राजू को 2 दिन पहले ही गिरफ्तार किया गया। उसे 1 दिन की रिमांड पर लेने के बाद आज जेल भेज दिया गया। राजू ने इस बच्चे को s.m.s. अस्पताल से चुराया था। बच्चा शनिवार को जयपुर के शिप्रा पथ थाना क्षेत्र से बरामद हो गया था। खोए बच्चे की तलाश में पूरे शहर की पुलिस जुट गई थी। साथ ही उसकी और आरोपी की फोटो को जयपुर शहर के सैकड़ों लोगों ने अपनी डीपी पर भी लगाया था। उसके बाद महेश नगर थाना पुलिस के एक पुलिसकर्मी को मुखबिर से सूचना मिली थी। इस सूचना के बाद बच्चे को आरोपी के घर से बरामद कर लिया गया था।