राजस्थान के चुरू, भरतपुर और गंगानगर जिले में मंगलवार के दिन एनआईए की रेड पूरी हुई। जहां लॉरेंस बिश्नोई के साथ गोल्डी बरार से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की। वहां से रेड मिले सभी कुछ दस्तावेज जुटा ले गई एनआईए की टीम। इससे पहले पीएफआई पर कर चुकी है छापेमारी।
जयपुर. पिछले दिनों पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी पीएफआई के ठिकानों पर देश भर में छापे मारने के बाद आज सवेरे एनआईए की टीम ने गैंगस्टर्स के खिलाफ मोर्चा खोला। दिवाली से पहले गैंगस्टर्स का दिवाला निकालने के लिए एनआईए की टीम ने राजस्थान पंजाब और दिल्ली में छापेमारी की। राजस्थान के 7 शहर टारगेट पर थे। इन शहरों में 8 से 10 घंटे लगातार सर्च के बाद एनआईए के अफसरों ने चुरू, भरतपुर और गंगानगर जिले से कुछ सबूत जमा किए हैं। हालांकि इस बारे में लोकल पुलिस को ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है । लोकल पुलिस को सपोर्टिंग के लिए एनआईए के अफसरों ने अपने साथ रखा था।
टॉप 10 मोस्ट वांटेड गैंगस्टर के ठिकानों पर कर रही सर्च
दरअसल एनआईए पंजाब, दिल्ली और राजस्थान के टॉप मोस्ट 10 गैंगस्टर्स के ठिकानों पर सर्च कर रही थी। राजस्थान में लॉरेंस बिश्नोई गैंग और बंबीहा गैंग की अच्छी पकड़ है। पिछले 2 साल के दौरान लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम से रंगदारी और फिरौती वसूलने के लिए 20 से ज्यादा के सामने आए हैं। इनमें से अधिकतर केस में लॉरेंस बिश्नोई और उसकी टीम का दखल है। हालांकि लॉरेंस बिश्नोई फिलहाल दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है। लेकिन उसकी गैंग राजस्थान ,पंजाब ,दिल्ली ,हरियाणा में सक्रिय है।
राजस्थान के इन जिलों में हुई सर्चिंग
राजस्थान में आज चूरू में गैंग से जुड़े कुछ बदमाशों के यहां सर्च की गई। हालांकि वहां से किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया। इसी तरह भरतपुर में संपत नेहरा के कुछ परिचितों के यहां भी छापे मारे गए। वहां से कुछ दस्तावेज उठाए गए हैं। उधर गंगानगर और हनुमानगढ़ में भी रेड की गई वहां से भी कुछ डॉक्यूमेंट एनआईए टीम के अफसर अपने साथ लेकर गए हैं।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में पिछले 5 से 7 सालों के दौरान हरियाणा ,दिल्ली, पंजाब और उत्तर प्रदेश के बड़े गैंगस्टर फरारी काटने के दौरान राजस्थान के अलग-अलग शहरों में समय बिताते हैं और उसके बाद अब यहां उन्होंने अपने गैंग खड़ी करना शुरू कर दिया है।
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