राजस्थान के जयपुर जिले में जज के घर से एक सरकारी कर्मचारी का आधा जला शरीर मिलने के बाद से हड़कंप मच गया। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि तनाव के चलते उसने खुद की जीवन लीला समाप्त करने के लिए ऐसा खौफनाक फैसला ले लिया। पुलिस वास्तविक कारण जानने में जुटी।
जयपुर (jaipur). राजधानी जयपुर में आज एक जज के बंगले पर सरकारी कर्मचारी की लाश मिली है। इसके बारे में भांकरोटा थाना पुलिस जांच पड़ताल कर रही है। जिस सरकारी कर्मचारी की मौत हुई है वह चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी था और कोर्ट में काम करता था। वह जज के बंगले पर कई बार फाइलें लेकर आता था और रात होने पर बंगले पर ही ठहर जाता था। बुधवार को भी उसने ऐसा ही किया, लेकिन आज सवेरे छत पर उसकी लाश मिली। शव का पोस्टमार्टम गुरुवार के दिन राजकीय हॉस्पिटल में किया गया।
जज के बंगले में रात में रूका था, सुबह पता चला ये
मौके पर पहुंची भांकरोटा थाना पुलिस ने बताया कि शिवार मोड, अजमेर रोड के कमला नेहरू नगर में न्यायिक अधिकारी का बंगला बन रहा है। बंगले में कलर पेंट का काम चल रहा था। कलर पेंट का सामान छत पर बने हुए स्टोर में रखा हुआ था। बीती रात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सुभाष मेहरा जज के यहां फाइलें लेकर आया था। रात ज्यादा होने पर वह बंगले के ऊपर बने स्टोर में ही रुक गया था।
सुबह मिली बॉडी, तनाव के बारे में पता चला
आज सवेरे जब जज ने उसे आवाज लगाई तो वह नीचे नहीं उतरा। इसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और छत पर पहुंची तो पता चला कि सुभाष मेहरा का जला हुआ शरीर छत पर पड़ा था। प्रारंभिक जांच करते हुए पुलिस ने बताया कि सुभाष ने पहले चाकू से खुद पर वार किए थे और उसके बाद थिनर डालकर खुद को आग लगा ली। जांच पड़ताल में सामने आया कि सुभाष शादीशुदा नहीं था, वह कुछ दिनों से तनाव में चल रहा था। उसके भाई ने भी इसका जिक्र पुलिस से किया है।
सहायक पुलिस आयुक्त बगरू अनिल शर्मा ने बताया की सुभाष मेहरा के शव को बगरू राजकीय अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया गया है। सभी पहलुओं के बारे में जांच-पड़ताल की जा रही है। सुभाष के परिजनों से भी बातचीत की जा रही है।