राजस्थान के जोधपुर में एक सप्ताह पहले जो अग्नि कांड हुआ उसने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया। कैसे शादी वाले घर में एक-एक करके 23 लोगों की मौत हो गई। इसी हादसे में अपनी मां और छोटे भाई को गंवाने वाले 13 साल के रावल अब अकेला बचा है।
जोधपुर (राजस्थान). जोधपुर में पिछले सप्ताह गुरुवार को जो अग्नि कांड हुआ वह पूरे राजस्थान को दहला गया। जोधपुर के शेरगढ़ थाना इलाके के भूंगरा गांव में रहने वाले सुरेंद्र सिंह की बरात के रवाना होने से ठीक पहले हुए सिलेंडर धमाकों में 60 लोग झुलस गए। उनमें से अब तक 23 लोगों की मौत हो चुकी है। जिनमें दूल्हे के माता-पिता समेत परिवार के अन्य काफी लोग हैं। इसी हादसे में अपनी मां और छोटे भाई को गंवाने वाले 13 साल के रावल की कहानी बेहद इमोशनल है। फिलहाल वह अपने रिश्तेदारों के पास है लेकिन उसका भविष्य अंधकार में नजर आ रहा है ।
मासूम ने एक ही दिन में अपने भाई और मां की चिता को दी आग
दरअसल, रावल की मां जस्सू कवर अपने 9 साल के बेटे लोकेंद्र और 13 साल के बेटे रावल सिंह के साथ अपने रिश्तेदार सुरेंद्र सिंह की शादी में शामिल होने के लिए आई थी। लेकिन गैस कांड के बाद हुए धमाकों में जस्सू कवर और लोकेंद्र सिंह बुरी तरह झुलस गए । सोमवार सवेरे लोकेंद्र ने दम तोड़ दिया और सोमवार शाम लोकेश लोकेंद्र की मां जस्सू कंवर भी दुनिया छोड़ कर चली गई। अभागे रावल सिंह ने एक ही दिन में अपने भाई और कुछ घंटों बाद अपनी मां की चिता को अग्नि दी । इस हृदय विदारक घटना के बाद पूरा गांव रोता रहा । रावल सिंह खुद श्मशान में अपनी मां की चिता के पास बैठकर घंटों रोता रहा।
घर में अकेला बचा मासूम...मां-पिता और भाई सब छोड़ गए दुनिया
सभी लोग शादी में शामिल होने आए थे तो बेहद खुश थे । दोनों भाई नए कपड़े पहन कर मस्ती कर रहे थे। अचानक किसी काम से रावल सिंह घर के बाहर चला गया । उसी समय घर के अंदर 5 सिलेंडर फटे और इन हादसों में अब तक 23 लोगों की जान जा चुकी है । रावल सिंह के दूर के रिश्तेदारों ने बताया कि उसके पिता करीब 4 साल पहले दुनिया छोड़कर चले गए। मां जस्सू कवर ही दोनों बेटों का पालन पोषण कर रही थी लेकिन एक ही दिन में मां और छोटा भाई भी रावल सिंह को छोड़कर हमेशा के लिए चले गए।