राजस्थान में सरकारी अस्पताल में डेंगू से मौत के बाद बड़ा बवाल, डॉ के सिर फोड़े दौड़ा दौड़ाकर पीटा, हड़ताल पर गए

राजस्थान के कोटा जिले में बुधवार 23 नवंबर की रात बवाल हो गया। यहां एक युवती की मौत के बाद इतना हंगामा मचा कि पुलिस बुलाने के बाद ही डॉक्टरों ने अपनी जान बचा पाने में सफल हुए। वहीं कुछ लोगों को पुलिस ने अपनी हिरासत में लिया।

Sanjay Chaturvedi | Published : Nov 24, 2022 6:46 AM IST

कोटा (kota). राजस्थान के कोटा जिले के सरकारी अस्पताल में देर रात बवाल हो गया। एक युवती की मौत के बाद डॉक्टरों का जान बचाना मुश्किल हो गया। इतना हंगामा हुआ कि आधी रात कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल की। कुछ लोगों को देर रात हिरासत में लिया गया है। पुलिस थाने में राजकार्य में बाधा करने का मुकदमा दर्ज कराया गया है। मामला कोटा जिले के महारावा भीमसिंह अस्पताल का है।

युवती की गई जान, परिजनों ने किया हमला की तोड़फोड़
पुलिस ने बताया कि बोरखेड़ा निवासी 22 साल की शादीशदा युवती शाइस्ता परवीन को गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया था। शाइस्ता परवनी की को डेंगू था और उसके अन्य भी कई बीमारियां थी। उसे तुरंत आईसीयू में लिया गया लेकिन वहां पर कुछ देर के बाद ही उसने दम तोड़ दिया। इस पर उसके पति और अन्य लोगों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाकर तोड़फोड़ कर दी। अस्पताल के रेजीडेंट डॉक्टर्स का जान बचाना मुश्किल हो गया। बाहर और अंदर उन्हें घेर लिया गया। 

बवाल की सूचना पर पहुंची पुलिस, मामला कराया शांत
अस्पताल में हुए इस बवाल की सूचना पुलिस को दी गई तो पुलिस अफसरों समेत कई थानों की पुलिस मौके पर आ पहुंची। पुलिस ने दोनो पक्षों को समझाकर मामला शांत कराया और शाइस्ता की बॉडी उसके परिजनों को दी। लेकिन सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर अस्पताल में डॉक्टर्स ने हड़ताल कर दी।

डॉक्टरों ने की हड़ताल, आरोपी अरेस्ट होने तक नहीं होंगे काम
 फिलहाल नयापुरा थाना पुलिस समेत अन्य कई थानों की पुलिस आरोपियों की तलाश में है। कुछ को हिरासत में लिया गया है। नयापुरा थाने में आरोपियों के खिलाफ राजकार्य में बाधा का केस दर्ज कर लिया गया है। रेजीडेंट डॉक्टर्स की एसोसिएशन का कहना है कि जब तक सभी आरोपी पकडे नहीं जाएंगे और आरोपी माफी नहीं मांगेगे तब तक अस्पताल मे काम शुरु नहीं होगा। उधर इस हड़ताल के बाद अब आज सवेरे यानि गुरुवार 24 नवंबर की सुबह से अस्पताल में मरीजों की भीड़ लग गई लेकिन उनको इलाज नहीं मिला।

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