जानें कैसे तय मानी जा रही है जगदीश धनखड़ की जीत, जीते तो दूसरी बार राजस्थान से चुना जाएगा उपराष्ट्रपति

जगदीश धनखड़ अभी पश्चिम बंगाल के राज्यपाल हैं। ममता बनर्जी के साथ टकराव को लेकर वो लंबे समय से सुर्खियों में हैं। इससे पहले वो झुंझुनू से सांसद भी रह चुके हैं। धनखड़ केन्द्र में मंत्री भी रहे हैं। धनखड़ पेशे से वकील हैं। 

Pawan Tiwari | Published : Jul 17, 2022 3:13 AM IST

जयपुर. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीश धनखड़ को एनडीए की तरफ से उपराष्ट्रपति का कैंडिडेट घोषित किया गया है। छह अगस्त को उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग होगी। अगर जगदीश धनखड़ को जीत मिलती है तो वह इस पद पर पहुंचने वाले राजस्थान के दूसरे नेता होंगे। धनखड़ राजस्थान के शेखावटी क्षेत्र से संबंध रखते हैं। इससे पहले भैरो सिंह शेखावत इस पद पर पहुंचे थे। 

देश के 11वें उपराष्ट्रपति थे शेखावत
भैरों सिंह शेखावत भी शेखावाटी क्षेत्र थे। वो अगस्त 2002 से जुलाई 2007 तक देश के 11वें उपराष्ट्रपति थे। शेखावाटी क्षेत्र में उत्तर-पूर्वी राजस्थान में सीकर, झुंझुनू और आसपास के क्षेत्र शामिल हैं। भैरोसिंह शेखावत राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री थे और उनका संबंध सीकर क्षेत्र से था। वहीं, जाट नेता जगदीश धनखड़ का संबंध राजस्थान के झुंझुनू जिले से है। 

राजस्थान के नेताओं ने दी बधाई
उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए का उम्मीदवार बनाए जाने पर जगदीश धनखड़ को राजस्थान भाजपा के नेताओं ने बधाई दी है। राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्वीट कर कहा-  भाजपा और एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार, किसान पुत्र जगदीप धनखड़ जी को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं।" वहीं, वसुंधरा राजे सिंधिया ने कहा- धनखड़ को उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए के उम्मीदवार के रूप में नामित किए जाने पर बधाई। 

धनखड़ की जीत तय मानी जा रही है
उपराष्ट्रपति के पद पर जगदीश धनखड़ की जीत तय मानी जा रही है। एनडीए के पास बहुत के लिए जरूरी संख्याबल है जिस कारण से उनकी जीत को तय माना जा रहा है। उपराष्ट्रपति चुनाव में केवल सांसद ही वोट करते हैं। वोटिंग में लोकसभा और राज्यसभा के कैंडिडेट हिस्सा लेते हैं। लोकसभा के 543 और राज्यसभा में 232 सांसद हैं। एनडीए के पास लोकसभा में 303 सांसद हैं जबकि राज्यसभा में बीजेपी के 91 सांसद हैं। ऐसे में उनकी जीत तय मानी जा रही है।

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