Rajasthan में 21-22 नवंबर को मंत्रिमंडल का विस्तार, ये 3 बड़े मंत्री इस्तीफा देंगे, गहलोत-पायलट में सहमति बनी

राजस्थान (Rajasthan) में दो साल से अंदरुनी तौर पर चल रही सियासी ऊहापोह की स्थिति पर जल्द विराम लगने की उम्मीद है। गहलोत मंत्रिमंडल विस्तार (cabinet extension) के इंतजार की घड़ी खत्म होने में अब 4 से 5 दिन ही बाकी हैं। गहलोत कैबिनेट (Gehlot cabinet) के सभी मंत्रियों का इस्तीफा होगा। इसके बाद नए सिरे से मंत्रिमंडल का गठन होगा। इस संबंध में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) और सचिन पायलट (Sachin pilot) के बीच फाइनल तौर पर सहमति बन गई है। 21 या 22 नवंबर को मंत्रियों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम हो सकता है।
 

Asianet News Hindi | Published : Nov 17, 2021 6:37 AM IST

जयपुर। पंजाब (Punjab) और छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बाद राजस्थान (Rajasthan) से भी कांग्रेस (Congress) संगठन के लिए अच्छी खबर है। यहां दो साल से अंदरुनी तौर पर चल रही सियासी उठापटक को पार्टी ने जल्द विराम लगाने की तैयारी कर ली है। राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) और सचिन पायलट (Sachin Pilot) के बीच चल रहा घमासान कांग्रेस हाईकमान के दखल के बाद थमने वाला है। दोनों नेताओं के बीच सुलह-समझौता के फॉर्मूले पर सहमति बन गई है। इतना ही नहीं, मंत्रिमंडल के विस्तार की तारीख भी फाइनल हो गई है। गहलोत मंत्रिमंडल विस्तार (Gehlot Cabinet extension) के फॉर्मूले को राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भी मंजूरी मिल गई है।

राजस्थान में गहलोत मंत्रिमंडल विस्तार के इंतजार की घड़ी खत्म हो गई और अब फाइनल तौर पर सहमति बन गई है।  21 या 22 नवंबर को मंत्रियों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम हो सकता है। बता दें कि हाल ही में सचिन पायलट और अशोक गहलोत ने कांग्रेस हाईकमान से मुलाकात की और मंत्रिमंडल के संबंध में चर्चा की थी। गहलोत ने कांग्रेस की अतंरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और प्रियंका गांधी (Priyanka gandhi) और केसी वेणुगोपाल (KC Venugopal) से मुलाकात कर मंत्रिमंडल विस्तार का फॉर्मूला रखा था। इस पर राहुल गांधी की मंजूरी का इंतजार किया जा रहा था। ऐसे में राहुल ने अब विदेश से ही वर्चुअल बैठक में मंजूरी दे दी है।

इन मंत्रियों का इस्तीफा हो सकता है
गहलोत सरकार में कुल 30 मंत्री बन सकते हैं, इनमें अभी फिलहाल 21 मंत्री है। ऐसे में गहलोत मंत्रिमंडल से तीन मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है। कहा जा रहा है कि इन्हें संगठन में जिम्मेदारी सौंपी गई है। इनमें स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा (Raghu Sharma), राजस्व मंत्री हरीश चौधरी (Harish Chaudhary) और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटेसरा (Govind Singh Dotasra) शामिल हैं। 'एक व्यक्ति एक पद' वाले फॉर्मूले की वजह से तीनों मंत्रियों के इस्तीफे लिए जाएंगे और उनकी जगह नए मंत्री शपथ लेंगे। बताते चलें कि रघु शर्मा इस समय गुजरात (Gujrat) के प्रदेश प्रभारी हैं। जबकि डोटेसरा राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं। इसके अलावा, बायतू से विधायक और मंत्री हरीश चौधरी को कांग्रेस ने नई जिम्मेदारी दी है। वे पंजाब और चंडीगढ़ (Chandigarh) कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी बनाए गए हैं।

इस फॉर्मूले पर हाईकमान की मुहर
गहलोत कैबिनेट विस्तार में 12 मंत्री पद भरे जाएंगे। पार्टी सूत्रों की मानें तो हाईकमान के साथ मीटिंग में ये तय किया गया है कि अशोक गहलोत के पसंद के सात मंत्री बनाए जाएंगे। जबकि सचिन पायलट के पसंद के पांच मंत्री बनाए जाएंगे। इसके अलावा, बड़ी संख्या में मंत्रियों के विभाग भी बदले जा सकते हैं। इस बात के संकेत खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी चुके हैं। पायलट गुट की ओर से हेमाराम चौधरी, दीपेंद्र सिंह शेखावत, रमेश मीणा, बृजेंद्र ओला और मुरारी लाल मीणा मंत्री बन सकते हैं।

ऐसे किया जाएगा अंसतुष्टों को खुश...
इसके अलावा कुछ पुराने मंत्री हटाए जा सकते हैं। इन नामों की मंजूरी को लेकर सीएम अशोक गहलोत एक बार चर्चा के लिए दिल्ली जा सकते हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि अगर गहलोत दिल्ली नहीं गए तो प्रदेश प्रभारी अजय माकन को जयपुर भेजा जाएगा। इधर, एक साल बाद राज्य में विधानसभा चुनाव को देखते ही पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को खुश करने के लिए भी रणनीति बनाई गई है। इसी महीने 40 बड़े नेताओं को मंडल और निगम में राजनीतिक नियुक्तियां दी जाएंगी। विधायकों को संसदीय सचिव बनाए जाने की भी संभावना है। इन नियुक्तियों को लेकर पिछले तीन सालों से इंतजार किया जा रहा था।

गहलोत ने कहा- अब जल्द मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण होगा
मंगलवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिवालय कर्मचारी से संघ के एक कार्यक्रम में भी पहली बार ये साफ किया कि जल्द ही मंत्रिमंडल में विस्तार करने जा रहे हैं। जबकि, सचिन पायलट काफी लंबे समय से मंत्रिमंडल के विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों करने की मांग कर रहे थे। सूत्रों का कहना है कि राजस्थान में पूरे मंत्रिमंडल का इस्तीफा लेकर नए सिरे से सरकार का पुनर्गठन किया जा सकता है। गहलोत ने कहा है कि हमारी सरकार के मंत्रिमंडल का पुनर्गठन अब जल्द होगा। उन्होंने सचिवालय कर्मचारी संघ के शपथ ग्रहण की तरफ इशारा करके कहा- लगता है कि आपके कारण ही नए कैबिनेट का काम रुका था। आप पहले करवा देते तो हमारा मंत्रिमंडल पहले ही पुनर्गठित हो जाता। आप अंदाजा लगा लीजिए, आपके सचिवालय कर्मचारी संघ के शगुन को मैं किस रूप में मानता ​हूं। यह आप समझ जाइएगा। इसके लिए मैं आपका आभारी हूं। मुझे उम्मीद है कि अब कोई देरी नहीं होगी। जल्द ही हमारा शपथ ग्रहण समारोह पूरा होगा।

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