तीन सौ शादियों में मिलकर जितने मेहमान आते हैं उतने तो सिर्फ चार दिन में आ चुके है नाथद्वारा में स्थित विश्वास्वरूपम शिव प्रतिमा कार्यक्रम में और सभी का भोजन फ्री। संत मुरारी बापू की राम कथा सुनने के लिए चार दिन में आए इतने भक्तगण कि वहां बने पांडाल में पैर रखने की जगह नहीं।
राजसमंद(rajsamand).राजस्थान में शादियों का सीजन शुरु हो चुका है। अममून हर शादी में करीब एक हजार लोगों की गेदरिंग हो रही है। लकिन ये शादियां में आए लोग राजस्थान में हो रहे एक अनूठे आयोजन के सामने कुछ नहीं है। चार दिन से जारी इस आयोजन मे अब तक इतने लोग भोजन ग्रहण कर चुके हैं जितने तीन सौ शादियों में भी नहीं जुटें। इस आयोजन की खास बात ये है कि इसमे राजस्थान समेत सात राज्यों के अलावा सात विदेशी देशों से भी लोग आए हैं। सभी के लिए बिना किसी भेदभाव एक ही तरह का आयोजन किया गया है। और सबसे महत्वपूर्ण बात कि पूरा का पूरा आयोजन बेहद अनुशासित है।
विश्वस्वरूपम में चल रहा आयोजन
यह आयोजन हो रहा है राजसमंद शहर के नाथद्वारा में, बड़े संत मुरारी बापू के सानिध्य में। दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति के अनावरण का आयोजन पिछले पांच दिन से जारी है। इस आयोजन में शामिल होने के लिए फ्रांस, इटली, यूरोप समेत सात देशों से भक्त आए हैं। वहीं राजस्थान के अलावा गुजरात, एमपी, यूपी, हरियाणा, बिहार और छत्तीसगढ़ से लोग आए हैं।
पौने दो लाख लोगों ने ग्रहण किया प्रभु प्रसाद
नाथद्वारा में दुनिया की सबसे उंची शिव प्रतिमा विश्वास स्वरूपम् के विश्वार्पण महोत्सव पर आयोजित मुरारीबापू की रामकथा में भाग लेने के देश विदेश से लाखों भक्त नाथद्वारा पहुँच रहे है। श्रोता विश्वास स्वरूपम के दर्शन के साथ मुरारी बापू के श्रीमुख से रामकथा श्रवण कर रहे है। आयोजन में आने वाले भक्तों के लिए संत कृपा संस्थान की ओर से भोजन की व्यवस्था की गई है। महोत्सव के चौथे दिन भोजनशाला में सुबह दोपहर ओर शाम को पौने दो लाख से अधिक लोगों ने भोजन प्रसाद ग्रहण किया। महोत्सव में आने वाले सभी भक्तों के भोजन प्रसाद की व्यवस्थाए की गई है।
प्रतिदिन कथा पांडाल के समीप भोजनशाला में सुबह 7 से 9 बजे तक नाश्ते की व्यवस्था की गई है। सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक भोजन की व्यवस्था है। इस पूरे सप्ताह चलने वाले इस आयोजन के अंत तक करीब सात लाख लोगों के यहां आने का अनुमान लगाया जा रहा है।