राजस्थान के सीकर से मानवता को शर्मसार करने वाली शॉकिंग घटना सामने आई है। जहां एक महिला के साथ पड़ोस में रहने वाले युवक ने दोस्त के साथ मिलकर 5 साल तक गैंगरेप किया। आरोप है कि प्लॉट बेचने वाले शख्स ने जमीन से बेदखल करने की धमकी देकर उसके साथ रेप किया।
सीकर. राजस्थान के सीकर जिले के खंडेला थाना इलाके की एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार का मामला सामने आया है। मामले में पीडि़ता ने उसे प्लॉट बेचने वाले शख्स के अलावा अपने एक पड़ौसी पर पांच साल से उसका दुष्कर्म किये जाने का आरोप लगाया है। आरोप है कि प्लॉट बेचने वाले शख्स ने उसे जमीन से बेदखल करने की धमकी देकर उसके साथ बलात्कार किया। जबकि उसके दोस्त व महिला के पड़ौसी ने भी डरा धमकाकर उसके साथ लंबे समय तक दुष्कर्म किया। जिनके खिलाफ खंडेला पुलिस थाने में शिकायत देने पर भी कोई कार्रवाई नहीं होती देख महिला ने मंगलवार को एसपी को शिकायत दी है।
प्लॉट बेचने के बाद शुरू हुई आवाजाही
एसपी को दिए परिवाद में महिला ने बताया कि करीब सात साल पहले उसके पति ने महेश कुमार कुमावत से प्लॉट खरीदा था। जिसकी कीमत उसने 54 हजार रुपए बताई। इस पर उसके पति ने प्लॉट के 47 हजार रुपए दे दिए। पर महेश ने प्लॉट के कागज उसके नाम नहीं किए। ना ही उस पर पूरा कब्जा दिया। प्लॉट की खरीद के इसी सिलसिले में महेश कुमार व उसके पड़ौस में रहने वाले महेश के दोस्त श्योपाल का उसके घर आना- जाना शुरू हो गया। महिला ने बताया कि इसी दौरान एक दिन महेश कुमार ने उसे घर में अकेली देखकर उसके साथ बलात्कार किया। जिसकी जानकारी किसी भी अन्य को देने पर जमीन से बेदखल करने की धमकी दी। उसने बताया कि इसके बाद पड़ौसी श्योपाल ने भी डरा धमकाकर उसके साथ गलत काम किया। जिसका सिलसिला आगे भी पांच- छह साल जारी रहा। उसने बताया कि कई बार उसने दोनों से उसका पीछा छोडऩे को कहा लेकिन वे नहीं माने।
पति को बताने पर भी दी धमकी
महिला ने रिपोर्ट में बताया कि आरोपी श्योपाल ने 20 जून को भी घर में घुसकर के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। जो उसके चिल्लाने पर भाग खड़ा हुआ। बाद में शाम को उसका पति घर आया तो उसने परेशान होकर सारी घटना की जानकारी अपने पति को दे दी। जिसकी जानकारी महेश को होने पर उसने फिर घर आकर उसे धमकी दी। पर पति ने डरने की बजाय उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने की हिम्मत बंधाई। जिसके बाद दोनों के खिलाफ खंडेला पुलिस थाने में मुकदमा भी दर्ज करवाया गया। पर पुलिस ने मिलीभगत कर आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। जिसकी वजह से उन्हें एसपी को शिकायत करनी पड़ी।