घर से निकलने से पहले बोलें गणेशजी का मंत्र, फायदे जान हो जाएंगे शॉक्ड

Published : Jan 07, 2025, 05:08 PM ISTUpdated : Jan 09, 2025, 01:31 PM IST
ganesh mantra

सार

Ganesh Mantra: हर शुभ काम से पहले भगवान श्रीगणेश की पूजा की जाती है, इसलिए इन्हें प्रथम पूज्य भी कहा जाता है। भगवान श्रीगणेश के मंत्रों का जाप करने से हर तरह की मुश्किलें टल जाती हैं और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। 

5 Aasan Ganesh Mantra: भगवान श्रीगणेश अपने भक्तों की हर इच्छा पूरी करते हैं और सभी परेशानियों से छुटकारा दिलाते हैं। इन्हें प्रथम पूज्य, लंबोदर और विघ्नविनायक आदि अनेक नामों से पूजा जाता है। भगवान श्रीगणेश को खुश करने के लिए अनेक मंत्रों की रचना की गई है। इनमें से कुछ मंत्र बहुत ही आसान हैं, जिनका जाप सरलता से कोई भी कर सकता है। घर से निकलने से पहले यदि इन मंत्रों का जाप किया जाए तो बड़े से बड़ा संकट भी टल सकता है। ये हैं श्रीगणेश के 5 आसान मंत्र…

10 जनवरी को करें पुत्रदा एकादशी व्रत, जानें, विधि, मंत्र और मुहूर्त

 

मंत्र- 1
वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरुमे देव सर्वकार्येषु सर्वदा।।
अर्थ - घुमावदार सूंड वाले, विशाल शरीर वाले, करोड़ सूर्य के समान प्रकाशित। मेरे सभी काम बिना रुकावट के पूरे करने की कृपा करें। 

मंत्र- 2
विघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियाय लंबोदराय सकलाय जगद्धितायं।
नागाननाथ श्रुतियज्ञविभूषिताय गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते।।
अर्थ - संकटों को दूर करने वाले, वरदान देने वाले, देवताओं को प्रिय, जगत् का हित करने वाले, हाथी के समान मुखवाले और वेद तथा यज्ञ से विभूषित पार्वतीपुत्र को नमस्कार है। 

मंत्र-3
अमेयाय च हेरंब परशुधारकाय ते।
मूषक वाहनायैव विश्वेशाय नमो नमः।।
अर्थ - हे हेरम्ब, आप परशु (फरसा) धारण करने वाले हैं, आपका वाहन मूषक है। आप विश्वेश्वर को बारम्बार मेरा नमस्कार है।

मंत्र-4
एकदंताय शुद्धाय सुमुखाय नमो नमः।
प्रपन्न जनपालाय प्रणतार्ति विनाशिने।।
अर्थ- जिनके एक दाँत और सुन्दर मुख है, जो अपने भक्तजनों की रक्षा करते हैं। आप पीड़ा का नाश करने वाले हैं, उन शुद्धस्वरूप गणपति को मेरा बारम्बार नमस्कार है ।

मंत्र-5
एकदंताय विद्महे, वक्रतुंडाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात।।
अर्थ - एक दंत को हम जानते हैं। वक्रतुण्ड का हम ध्यान करते हैं। वह दन्ती (गजानन) हमें प्रेरणा प्रदान करें।


ये भी पढ़ें-

मंगलवार को हनुमानजी को चढ़ाएं ये 5 चीजें, नहीं रहेगा कोई डर


सूर्यदेव की आरती में कौन-सी 2 गलतियां भूलकर भी न करें?


Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो ज्योतिषियों द्वारा बताई गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।

 

PREV

Recommended Stories

Aaj Ka Panchang 8 दिसंबर 2025: आज कौन-सी तिथि और नक्षत्र? जानें दिन भर के मुहूर्त की डिटेल
Rukmini Ashtami 2025: कब है रुक्मिणी अष्टमी, 11 या 12 दिसंबर?