fact of Khar Maas 2024: खर मास के बारे में हम सभी ने सुना है। ये बात तो सभी जानते हैं कि इस महीने में कोई भी शुभ कार्य जैसे विवाह आदि नहीं होते। ऐसी परंपरा क्यों बनाई गई, इसके बारे में बहुत कम लोगों को पता है।
Khar Maas 2024: हिंदू पंचाग के अनुसार, साल में 2 बार खर मास आता है। पहला मार्च से अप्रैल के बीच और दूसरा दिसंबर से जनवरी के बीच। दोनों ही बार खर मास 30 दिन का होता है। खर मास के दौरान शुभ कार्य जैसे विवाह, मुंडन आदि की मनाही होती है, साथ ही अन्य कई नियमों का पालन करना होता है। साल 2024 का दूसरा खर मास दिसंबर में शुरू होने वाला है। जानें कब से शुरू होगा खर मास, ये 30 दिनों का ही क्यों होता है व अन्य खास बातें…
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, इस बार दिसंबर 2024 में खर मास 16 तारीख से शुरू होगा, जो 14 जनवरी 2025 तक रहेगा। हर साल खर मास दिसंबर में इसी तारीख से शुरू होता है और जनवरी में भी इसी तारीख को खत्म होता है। ये पूरा समय 30 दिनों का होता है।
ज्योतिषियों के अनुसार, सूर्य हर 30 दिन और कुछ घंटों के बाद राशि बदलता है। यानी एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है। इस तरह सूर्य 365 दिनों में एक राशि चक्र पूरा करता है। जब सूर्य गुरु ग्रह के स्वामित्व वाली राशि धनु और मीन में 30 दिनों के लिए होता है तो इसे खर मास कहते हैं। मीन खर मास मार्च में और धनु खर मास दिसंबर में आता है। सूर्य के एक राशि में 30 दिन रहने के कारण ही खर मास इतने दिनों का होता है।
ज्योतिषियों के अनुसार, धनु और मीन राशि का स्वामी गुरु ग्रह है। गुरु ग्रह को देवताओं का गुरु भी कहा जाता है। सूर्य देव भी देवता हैं। धार्मिक मान्यता है कि देवगुरु के संपर्क में आने से सूर्य के शुभ प्रभाव में कमी आ जाती है, इसलिए खर मास के दौरान शुभ कार्य जैसे विवाह, मुंडन और गृह प्रवेश आदि नहीं होते।
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इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो ज्योतिषियों द्वारा बताई गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।