टीम इंडिया के चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर का भारतीय टीम पर बहुत बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने अपने प्रदर्शन से कई बड़ी जीत टीम को दिलाई है। उन्होंने राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर, विनोद कांबली जैसे दिग्गजों के साथ क्रिकेट खेली है।
Ajit Agarkar: टीम इंडिया के चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर आज अपना 47वां बर्थडे मना रहे हैं। भारतीय टीम के लिए उन्होंने कई बड़े और अहम योगदान दिए हैं। वर्ल्ड कप 2023 से पहले बीसीसीआई ने टीम इंडिया के चीफ सेलेक्टर के रूप में उन्हें नियुक्त किया था। अगरकर अपने आप में ही एक बहुत बड़े मैच विनर रह चुके हैं। वह हमेशा अपने से ज्यादा अपने टीम के बारे में सोचते थे, जिनके पास बल्लेबाजी और गेंदबाजी करने की पूरी क्षमता थी। उन्होंने सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, वीरेंद्र सहवाग जैसे दिग्गजों के साथ क्रिकेट खेला है। आज हम आपको अजीत के क्रिकेट करियर के बारे में बताएंगे, जो काफी ज्यादा रोचक रहा है।
4 दिसंबर 1977 को मुंबई में जन्मे अजीत अगरकर टीम इंडिया के लिए होनहार क्रिकेटर रहे हैं। मुंबई में रहकर ही उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा प्राप्त की। वह शारदाश्रम विद्यामंदिर के विद्यार्थी थे, जहां से उन्होंने क्रिकेट की दुनिया में कदम रखा। इसी स्कूल से महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने भी पढ़ाई की थी। उनके कोच रमाकांत आचरेकर हुआ करते थे जिन्होंने सचिन तेंदुलकर, विनोद कांबली जैसे बड़े दिग्गजों को ट्रेनिंग दी थी।
अजीत अगरकर भारतीय टीम के एक प्रमुख तेज गेंदबाज हुआ करते थे, जिनके पास पावर प्ले डेथ ओवर और अंत के ओवर में शानदार गेंदबाजी करने की काबिलियत थी। लेकिन आपको दिलचस्प बात बता दें कि अजीत महान गेंदबाज बनने से पहले एक धुआंधार बल्लेबाज भी रह चुके थे। वह एक ऐसा बल्लेबाज थे जिनके पास बड़े-बड़े छक्के मारने की पूरी काबिलियत थी। इतना ही नहीं उन्होंने अंदर-19 स्तर पर श्रीलंका के खिलाफ शतक भी जमाया था, जिसमें कुमार संगकारा भी अंदर-19 टीम के खिलाड़ी थे।
अपने दमदार प्रदर्शन से अजीत ने 1 अप्रैल 1998 को भारतीय टीम में जगह बनाई और अपना पहला मुकाबला खेला। आपके मन में यह सवाल चल रहा होगा कि आखिरकार वह गेंदबाज से बल्लेबाज कैसे बन गए? आपको बताते चलें कि इस बड़े योगदान में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का हाथ माना जाता है। एक इंटरव्यू के दौरान अगरकर नहीं बताया था कि सचिन शादी के बाद कुछ दिनों के लिए क्रिकेट से ब्रेक ले लिया था। इसके बाद वह मुंबई में होने वाली कांगा लीग खेलने उतरे और उनका सामना सचिन तेंदुलकर से हुआ। दिग्गज सचिन के सामने भी अगर करने कमल की गेंदबाजी की थी।
अजीत के दमदार गेंदबाजी करने के बाद सचिन तेंदुलकर ने उनके कप्तान से जाकर उनकी गेंदबाजी के ऊपर विशेष काम करने को कहा। उसे वक्त मास्टर ब्लास्टर एक दिग्गज क्रिकेटर के रूप में पूरी दुनिया में अपना नाम बन चुके थे, जिसके चलते अगरकर के कप्तान ने उनकी बात को काफी सीरियस लिया। इस बड़े निर्णय के बाद ऐसा हुआ, जिसके बारे में खुद अजीत ने भी कल्पना नहीं की होगी।
अगरकर का सबसे बड़ा पाल तब था, जब उन्होंने एडिलेड टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कहर बरपाया पाया था। इस ऐतिहासिक मैदान पर खेले गए टेस्ट में उन्होंने 41 रन देकर 6 विकेट अपने नाम किए। उनकी इस शानदार गेंदबाजी के दम पर भारत ने 20 साल बाद ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट मैच जीता था।
अजीत अगरकर अंतरराष्ट्रीय करियर पर एक नजर डालें, तो उन्होंने 26 टेस्ट मैचों में 58 विकेट अपने नाम किए हैं। वही एकदिवसीय क्रिकेट में भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा है और उन्होंने 191 मुकाबलों में 288 विकेट लिए हैं।
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