सार

Mohammad Shami: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के नजरिए से टीम इंडिया में मोहम्मद शमी का आना बेहद जरूरी हो जाता है। यदि भारतीय सिलेक्टर्स स्टेज गेंदबाज को स्क्वाड में शामिल करते हैं, तो भारत की बोलिंग लाइनअप और भी मजबूत होजाएगी।

 

Sports Desk: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत 19 फरवरी 2025 से होने जा रही है। इसकी मेजबानी पाकिस्तान कर रहा है और यह टूर्नामेंट हाइब्रिड मॉडल में खेला जाएगा। भारत का पहला मुकाबला 20 फरवरी को बांग्लादेश से है। वहीं, 23 फरवरी को टीम इंडिया के भिड़ंत पाकिस्तान से होगी। स्टेज ग्रुप का आखिरी मुकाबले भारतीय टीम 3 मार्च को न्यूजीलैंड से खेलेगी। बीसीसीआई ने अभी इस बड़े इवेंट के लिए टीम का ऐलान नहीं किया है। सिलेक्टर्स के लिए खिलाड़ियों का चयन करना काफी मुश्किल हो रहा है। किसे मौका दें और किसी बाहर करें, यह प्रश्न लगातार चयनकर्ताओं के दिमाग में चल रहा है।

भारतीय टीम में बल्लेबाजों की भरमार है। वहीं, गेंदबाजी डिपार्टमेंट में टीम इंडिया पूरी तरह से जसप्रीत बुमराह पर निर्भर रहती है। मोहम्मद सिराज का प्रदर्शन भी ऊपर नीचे रहता है। ऐसे में इस बड़े टूर्नामेंट को देखते हुए मोहम्मद शमी को स्क्वाड में शामिल करना जरूरी हो जाता है। आईए आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से बताते हैं, कि आखिर कौन से वह 3 वजह हैं जिसके चलते इस विकेट टेकर गेंदबाज को टीम में चयन करना ही पड़ेगा।

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1. शमी के आने से बुमराह का कार्य आसान होगा

भारतीय टीम में जसप्रीत बुमराह फ्रंट लाइनर गेंदबाज है, जो नई और पुरानी दोनों गेंद से ही विकेट चटकाने में माहिर हैं। शमी लगातार चोट से बाहर चल रहे हैं, जिसके चलते से सारी जिम्मेदारी बुमराह के कंधे पर ही है। अभी-अभी समय फिट होकर टीम इंडिया में अपनी जगह बनाते हैं, तो जस्सी का कार्य आसान हो जाएगा। साथ ही, दोनों अपनी गेंदबाजी से सामने वाली टीम पर प्रेशर डाल सकते हैं।

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2. चोटिल होने से बचेंगे जसप्रीत बुमराह

चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया में मोहम्मद शमी की एंट्री होती है, तो जसप्रीत बुमराह के चोटिल होने की संभावना भी काम हो जाएगी। हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी सिडनी टेस्ट में लगातार गेंदबाजी करने की वजह से वह बैक स्पासम का शिकार हो गए थे। यदि शमी भारतीय टीम में गेंदबाजी करते हैं, तो बुमराह को ज्यादा प्रेशर नहीं लेना पड़ेगा। शमी एक ऐसे गेंदबाज रहे हैं, जिन्होंने बुमराह के साथ मिलकर वर्ल्ड कप 2023 में कहर बरपाया था।

3. तीन फ्रंटलाइन पेसर से अटैक करेगी टीम इंडिया

मोहम्मद शमी यदि आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए चुने जाते हैं, तो प्लेइंग इलेवन में जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के साथ-साथ वह तीसरे फ्रंटलाइन पेसर बनेंगे। ऐसे में तीनों की जुगलबंदी भारतीय टीम को फायदा पहुंचा सकती है। यह हमने वनडे वर्ल्ड कप में भी देखा था। भारतीय टीम को सभी मुकाबले दुबई में खेलने हैं और ऐसे में यह तीन अनुभवी तेज गेंदबाज कारगर साबित हो सकते हैं।

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