
असम के बकसा ज़िले में ज़ुबिन गर्ग की मौत के मामले में गिरफ्तार पाँच आरोपियों को जेल भेजे जाने के बाद भारी हिंसा भड़क उठी। जेल के बाहर जुटे लोगों ने “Justice for Zubeen” के नारे लगाए और वाहनों पर पथराव करते हुए कई गाड़ियों में आग लगा दी। मुख्य आरोपियों में श्यामकानु महांता, ज़ुबिन के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा, उनके चचेरे भाई और निलंबित APS अधिकारी संदीपन गर्ग समेत दो PSO शामिल हैं। पुलिस ने हालात काबू में लाने के लिए भारी बल तैनात किया है। इस घटना ने पूरे असम को झकझोर दिया है और एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है — क्या ज़ुबिन गर्ग को मिलेगा न्याय?