
दिल्ली की नई कैबिनेट को लेकर चर्चाएं जारी हैं। इस बीच मुकेश अहलावत खासा सुर्खियों में है। उनकी पहचान दलित नेता के तौर पर है। वह सुल्तानपुर माजरा से पहली बार विधायक बने हैं।
दिल्ली की नई सीएम आतिशी के नेतृत्व में तमाम मंत्री 21 सितंबर को शपथ लेंगे। इसमें कैबिनेट के मंत्री भी शामिल होंगे। आतिशी की कैबिनेट में सबसे ज्यादा चर्चा मुकेश अहलावत की है। सुल्तानपुर माजरा से पहली बार विधायक बने मुकेश अहलावत को कैबिनेट में जगह दी गई है।
आपको बता दें कि 48 वर्षीय मुकेश अहलावत की पहचान दलित नेता के तौर पर है। वह आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। समाज कल्याण मंत्री राज कुमार आनंद के इस्तीफे के बाद खाली हुए पद को भरने के लिए अहलावत को कैबिनेट में शामिल करने का फैसला लिया गया। ज्ञात हो कि अप्रैल माह में आनंद के द्वारा इस्तीफे की पेशकश की गई थी। आनंद ने आम आदमी पार्टी और केजरीवाल सरकार से इस्तीफा दिया था। इसके के साथ ही आनंद भाजपा में शामिल हुए थे।
अहलावत वर्तमान में पार्टी की राजस्थान इकाई के सह-प्रभारी भी हैं। मुकेश खुद को पेशे से एक व्यवसायी बताते हैं। उन्होंने 12वीं तक की शिक्षा रवींद्र पब्लिक स्कूल से की है। आम आदमी पार्टी में शामिल होने से पहले उन्होंने दो हजार तेरह में बसपा से चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें कांग्रेस के जय किशन से करारी हार मिली थी। मुकेश आतिशी की नई कैबिनेट में शपथ लेने वाले हैं लेकिन उनका कार्यकाल काफी कम समय का होगा।