पटेल शुक्रवार को अपने समर्थकों के साथ 800 के आसपास गाड़ियों का काफिला लेकर नीमच के जावद से राजधानी भोपाल पहुंचे। कांग्रेस के राज्य कार्यालय पहुंचकर उन्होंने पार्टी ज्वाइन किया।
Madhya Pradesh Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की सारी बिसात बिछ चुकी है। बीजेपी ने प्रत्याशियों की पहली लिस्ट भी जारी कर दी है। हालांकि, चुनाव के पहले राजनैतिक दलों के बीच भगदड़ भी मची है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के वफादार समंदर पटेल ने साथ छोड़ दिया है। चुनाव के पहले समंदर पटेल ने कांग्रेस में वापसी कर ली है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की मौजूदगी में उन्होंने कांग्रेस का दामन थामा।
800 गाड़ियों के काफिले के साथ नीमच से भोपाल पहुंचे
समंदर पटेल ने बीजेपी का साथ छोड़ते हुए कांग्रेस ज्वाइन करने के लिए भारी-भरकम काफिले के साथ अपने गृह नगर से भोपाल पहुंचे। पटेल शुक्रवार को अपने समर्थकों के साथ 800 के आसपास गाड़ियों का काफिला लेकर नीमच के जावद से राजधानी भोपाल पहुंचे। कांग्रेस के राज्य कार्यालय पहुंचकर उन्होंने पार्टी ज्वाइन किया।
कांग्रेस में वापसी का क्रम जारी...
समंदर पटेल के पहले भी ज्योतिरादित्य सिंधिया के कई वफादार बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में वापसी कर रहे हैं। हाल ही में कोलारस क्षेत्र के सिंधिया के लिए काम करने वाले शिवपुरी के पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष बैजनाथ सिंह यादव अपने कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस में वापसी कर ली थी। सिंधिया के एक और सहयोगी प्रमुख व्यवसायी नेता राकेश गुप्ता ने भी बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में वापसी कर ली है।
कमलनाथ ने कहा-आने वाले जनता को बताएंगे सच्चाई
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि समंदर पटेल पार्टी की विचारधारा, रीति-नीति, सिद्धांतों के लिए कांग्रेस में वापस आए हैं। उनकी सच्चाई यहां उनको लेकर आई है। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि उनकी सच्चाई उन्हें यहां ले आई है। मुझे पूरा विश्वास है कि वह यह सच्चाई अपने क्षेत्र के लोगों को बताएंगे। कमलनाथ ने कहा कि 2018 में कांग्रेस की सरकार जनता की राय से बनी थी लेकिन शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार खरीद-फरोख्त कर धनबल से बनी। बीजेपी 18 साल से सरकार में है लेकिन प्रदेश की तस्वीर सबके सामने है। जहां देखो भ्रष्टाचार और घोटाला है। शिवराज चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार न केवल भ्रष्टाचार में नंबर वन है बल्कि महिलाओं, किसानों और युवाओं पर अत्याचार में भी नंबर वन है। अब राज्य के लोगों ने शिवराज सरकार को अलविदा कहने का मन बना लिया है। कमलनाथ ने कहा कि मैं भी उन्हें अलविदा कहूंगा लेकिन प्यार के साथ।
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