कुबेरेश्वर धाम में मरने वालों का सिलसिला जारी, अब पुलिसवाले की मौत...जानिए जान गंवाने वालों की कहानी

मध्य प्रदेश के सीहोर में कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के आश्रम कुबेरेश्वर धाम में मरने वालों का सिलसिल नहीं थम रहा है। सोमवार को दो और लोगों की मौत हो गई। इनमें एक महिला और एक पुलिसकर्मी शामिल है।

सीहोर (मध्य प्रदेश). सीहोर में महाशिवरात्रि पर रूद्राक्ष महोत्सव कराने वाले कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्वर धाम में मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को दो और लोगों की मौत हो गई। इन मौतों से हड़कंप मचा हुआ है। कुबेरेश्वर धाम में अब तक 5 मौतें हो चुकी हैं। यानि 5 दिन में पांच लोगों की जान जा चुकी हैं। बताया जा रहा है कि मामले की खबर लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है।

जानिए कुबेरेश्वर धाम में इन दो मौतों की असली वजह

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दरअसल, सोमवार को जिन दो लोगों की कुबेरेश्वर धाम में मौत हुई है, उसमें एक महिला और एक पुलिस कांस्टेबल शामिल है। दोनों की पहचान कर ली गई है। मृतक महिला की पहचान पूनम ठाकुर (40) पत्नी सत्य प्रकाश ठाकुर निवासी झांसी उत्तर प्रदेश के रुप में हुई है। बताया जा रहा है कि महिला पहले से ही बीमार, लेकिन यहां पहुंचते ही उसकी अचानक तबीयत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई। वहीं जिस पुलिसकर्मी की जान गई है वह इंदौर के खजराना पुलिस थाने में प्रधान आरक्षक के पद पर तैनात था। फिलहाल विभाग ने श्याम मीणा की ड्यूटी कुबेरेश्वर धाम में लगाई थी। इसकी जान की वजह हार्ट अटैक बताई जा रही है। ड्यूटी पर तैनाती के दौरान उसे दिल का दौरा पड़ा और मौके पर ही दम तोड दिया।

कई राज्यों से लाखों की संख्या में कुबेरेश्वर धाम पहुंचे हैं श्रद्धालु

बता दें कि कुबेरेश्वर धाम में शिवरात्रि के दिन से रुद्राक्ष महोत्सव चल रहा है, जिसमें शामिल होने लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं। यहां पहुंचने वाले यह श्रद्धालु मध्य प्रदेश ही नहीं, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, हरियाणा बंगाल और राजस्थान समेत कई राज्यों से हैं। शनिवार को महाशिवरात्रि पर पूरे देश लाखों लोग पहुंचे थे। महोत्सव के पहले ही दिन लोगों की भीड़ के कारण कार्यक्रम स्थल पर हालात बेकाबू हो गए थे। भारी भीड़ के बाद रुद्राक्ष वितरण का कार्यक्रम रोक दिया गया था।

कलेक्टर और एसपी से से मांगा जबाव

बता दें कि सीहोर में पंडित प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष महोत्सव में अव्यवस्थाओं के कारण लोगों को हुई परेशानियों को लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने स्वतह संज्ञान लिया है। आयोग ने कलेक्टर और एसपी से एक सप्ताह में जबाव मांगा है। आयोग ने कहा है कि कार्यक्रम के दौरान कितनी संख्या पहुंची थी इसकी जानकारी पहले से मंदिर समीति और प्रशासन को क्यों नहीं थी। वहीं कुबेरेश्वर धाम के आयोजक ने कितने लोगों के आने की अनुमानित संख्या प्रशासन से लिखित में अनुमति मांगी थी ?

इन पांच लोगों की पांच दिन में हुई हैं मौतें

1. कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष महोत्सव के दौरान पहले ही दिन यानि शुक्रवार को 3 साल के बच्चे की मौत हो गई। यह बच्चा महाराष्ट्र के जलगांव से माता-पिता के साथ कुबेरेश्वर धाम आया था।

2. वहीं दूसरे दिन अकोला की रहने वाली महिला मंगला (40 वर्षीय) नाम की महिला की मौत हो गई। इसकी वजह बीमारी बताई गई। वह शिवरात्रि पर रुद्राक्ष लेने के लिए महाराष्ट्र अकोला से कुबरेश्वर धाम में आई थीं।

3. वहीं कुबेरेश्वर धाम में जिस तीसरी महिला की जान गई है वह भी महाराष्ट्र के नासिक की रहने वाली थी। जिसका नाम महिला मंगल बाई (उम्र 50 साल) था। वह पति गुलाब अपने परिजनों के साथ आई थी। 16 फरवरी को अचानक चक्कर खाकर गिर पड़ी और दिल का दौरा पड़ने से जान चली गई।

4. पंडित प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्वर धाम में चौथी मौत एक पुलिस कांस्टेबल की हुई है। जिसकी पहचान प्रधान आरक्षक श्याम मीणा के रूप में हुई है। वह इंदौर के खजराना पुलिस थाने में प्रधान आरक्षक के पद पर तैनात था। विभाग ने उसकी ड्यूटी कुबेरेश्वर धाम में लगाई थी। लेकिन सोमवार को यहां उसे हार्टअटैक आया और मौत हो गई। से मौत हो गई. 

5. पांचवी मौत उत्तर प्रदेश के झांसी निवासी पूनम सिंह (40 वर्षीय ) की हुई है। पूनम अपनी मां और बहन के साथ कुबेरेश्वर धाम में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा सुनने आई थीं। बताया जा रहा है कि वह किडनी बीमारी से पीड़ित थी। इसी दौरान उसकी अचानक तबीयत बिगड़ी और जान चली गई।

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