कौन हैं डॉ. विपिन कुमार जिन्हें राष्ट्रपति से मिला बहादुरी का ये बड़ा पुरस्कार

यूपी में सहारनपुर में एसएसपी के पद पर तैनान राजस्थान के लाल डॉ. विपिन ताडा 15 अगस्त पर गैलेंट्र अवार्ड से सम्मानित किया गया है। जानें कौन हैं ये डॉ विपिन जिनकी चर्चा इनदिनों तेज हो गई है।

राजस्थान। हाल ही में 15 अगस्त के मौके पर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में एसएसपी के पद पर तैनात डॉ विपिन को गैलेंट्री अवॉर्ड मिला है। हालांकि डॉ. विपिन यूपी नहीं बल्कि राजस्थान के रहने वाले हैं। खास बात ये है कि पहले तो इन्होंने एमबीबीएस कर डॉक्टर की उपाधि हासिल की और फिर उसके बाद सिविल सर्विस की तैयारी कर आईपीएस बने।

डॉ विपिन साल 2012 बैच के आईपीएस अधिकारी
डॉ. विपिन साल 2012 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। इनके पिता मंछाराम जोधपुर हाई कोर्ट में वकील हैं। डॉ विपिन अब तक गोरखपुर और सहारनपुर में एनकाउंटर कर चार कुख्यात बदमाशों सहित कुल 50 अपराधियों को मार चुके हैं।

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दलित नेता चंद्रशेखर को गोली मारने के आरोपी को 40 घंटे में पकड़ा था
यह वही आईपीएस अधिकारी हैं जिन्होंने दलित नेता चंद्रशेखर आजाद पर गोली चलाने वाले आरोपी को महज 40 घंटे के भीतर ही गिरफ्तार कर लिया था। इसके अलावा दो सिपाहियों की हत्या कर उनसे हथियार लूटने वाले बदमाशों को भी उन्होंने एनकाउंटर में मार गिराया था।

2002 में एमबीबीएस में चयन
विपिन ताडा का 2002 में एमबीबीएस के लिए चयन हो गया था। इन्हें जोधपुर मेडिकल कॉलेज ही अलॉट हुआ था। वहां उन्होंने मेडिकल की पढ़ाई की। कॉलेज से ही उन्होंने अपनी इंटर्नशिप पूरी की। एमबीबीएस करने के बाद वह दिल्ली चले गए।

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डॉ. विपिन को यूपी गवर्नमेंट से मिला है सिल्वर और गोल्ड मेडल
एमबीबीएस करने के बाद डॉ. विपिन सीधे दिल्ली चले गए और वहां रहकर सिविल सर्विसेज परीक्षा की तैयारी शुरू की।  2012 बैच के आईपीएस डॉक्टर विपिन ताडा को ट्रेनिंग के तौर पर इनकी पहली जॉइनिंग आगरा में दी गई। इसके बाद वह प्रोबेशन पीरियड के दौरान गाजियाबाद में रहे। इन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा जोधपुर में ही पूरी की थी। इससे पहले बहादुरी के लिए डॉ. विपिन को उत्तर प्रदेश सरकार सिल्वर और गोल्ड मेडल भी दे चुकी है।

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