
अजमेर (ajmer). अजमेर में ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर दुनिया भर के लोग उर्स के दौरान शामिल होते हैं। सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 811 वे उस पर अजमेर दरगाह में बड़े आयोजन किए जा रहे हैं। छोटे कुल और बड़े कुल की रसम में शामिल होने के लिए पाकिस्तान से भी जायरीनओं का जत्था यहां पहुंचा है। दुनियाभर के मुसलमान और अन्य धर्मों के लोग उसमें शामिल होने के लिए यहां आते हैं। लेकिन इस दौरान स्थानीय पुलिस को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
150 से अधिक बदमाशों की गैंग पकड़ाई
पुलिस ने यह जो बदमाश पकड़े हैं, इन बदमाशों की संख्या करीब 150 है। अजमेर में दरगाह थाना पुलिस का कहना है कि यह बदमाश राजस्थान के अलावा अन्य कई राज्यों से आए हैं और संगठित होकर वारदातें करते हैं। दरअसल भारी भीड़ के कारण स्नेचर और पॉकेट मार गैंग वारदातें करती है। ऐसे ही 150 संदिग्धों को 15 दिन में अलग-अलग जगहों से हिरासत में लिया गया है। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।
चोरों के पास से माल बरामद करना इंपॉसिबल
दरगाह पुलिस का कहना है कि 8 साल के दौरान इस बार बहुत बड़ी संख्या में देश भर से लोग उर्स शामिल होने आए हैं। दरगाह और आसपास के क्षेत्रों में पैर रखने की भी जगह नहीं है। यह मौका पॉकेटमार और स्नेचर के लिए मुफीद है। यह लोग इतने संगठित तरीके से काम करते हैं कि वारदात होने के बाद अगर इन्हें गिरफ्तार भी कर लिया जाए तो माल बरामद करना बहुत बड़ी चुनौती जैसा है।
चैन की तरह काम करते है ये चोर
दरअसल यह बदमाश स्नैचिंग या पॉकेट मारने के बाद उसे तुरंत अपने साथी के हवाले कर देते हैं। यह साथी अगले साथी को और वह अगले साथी को चोरी का माल भेजते रहते हैं। ऐसे में कुछ ही समय में चोरी का माल अपने ठिकाने तक पहुंच जाता है । जिसे बरामद करना बहुत बड़ी चुनौती है । यही कारण है कि उर्स के दौरान हर बार संगठित तरीके से पुलिस भी काम करती है और जरा भी कोई संदिग्ध दिखता है तो उसे तुरंत हिरासत में ले लेती है ।
कई राज्यों के बदमाशों ने मिलकर बनाई है गैंग
दरगाह पुलिस ने बताया कि जो डेढ़ सौ बदमाश पकड़े गए हैं इनमें दिल्ली, यूपी, एमपी, बिहार, तेलंगना जैसे राज्यों के जेब तराश और स्नेचर शामिल है। इनके साथ महिलाएं भी हैं और कुछ तो बच्चों से भी वारदातें करवाते हैं। उल्लेखनीय है कि 1 फरवरी यानी आज दरगाह में बड़े कुल की रस्म हो चुकी है इसके साथ ही यह कार्यक्रम 7 तारीख चलता है।
लाखों की संख्या में पहुंच रहे जयरीन
इस रस्म में शामिल होने के लिए लाखों की संख्या में जायरीन दरगाह में और आसपास के इलाकों में मौजूद रहेंगे। ऐसे में पूरे अजमेर जिले की करीब 70 फ़ीसदी से ज्यादा पुलिस भी सादा वस्त्रों में यही तैनात रहेगी, ताकि देश-विदेश से आने वाले जायरीन और उनके सामान की सुरक्षा की जा सके। पिछले कुछ सालों में उर्स के दौरान अब तक यह सबसे बड़ी पकड़ है।
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