2 अक्टूबर 2017 को जब बाबूलाल और चारों बेटों की हत्या की गई थी, उसे कुछ दिन पहले ही हनुमान जाट के कारण बाबूलाल और संतोष का जबरदस्त झगड़ा हुआ था। इसी झगड़े के बाद यह तय कर लिया गया था कि इन पांचों को मौत ही दी जाएगी । संतोष ने अपने प्रेमी जैकी के साथ मिलकर साजिश रची। 2 अक्टूबर 2017 की रात 1:00 बजे चार बेटों जिनमें एक भतीजा भी शामिल था , सबको काट दिया गया । 10 साल का निक्की, 11 साल का अज्जू , 14 साल का हैप्पी और 17 साल का मोहित लाशों के टुकड़ों में बदल चुके थे । पति बनवारीलाल को भी काट दिया गया था।