राजस्थान की बेटी को MP में लेडी डॉन पुकारते: एक प्वाइंट ने बदली जिंदगी तो 22 साल की उम्र में बन गईं IAS
कहतें हैं हर किसी की जिंदगी में एक मौका ऐसा मिलता है, जिसे वह भनाकर कामयाब बन सकता है। कुछ ऐसा ही हुआ है राजस्थान की बेटी और मध्य प्रदेश आईएएस अफसर स्वाति मीणा की लाइफ में जो, महज 22 साल साल की उम्र में IAS अफसर बन गईं।
जयपुर/भोपाल. मध्यप्रदेश में इन दिनों आईएएस अफसर स्वाति मीणा का नाम सबकी जुबां पर है। दरअसल इस महिला अफसर को मध्यप्रदेश में लेडी डॉन के नाम से जाना जाता है। जिसने वहां भू माफियाओं और अवैध खनन करने वालों के छक्के छुड़ा रखे हैं। यह है आईएएस अफसर राजस्थान के अजमेर जिले की रहने वाली स्वाति मीणा है।
दरअसल अजमेर स्वाति मीणा का जन्म हुआ। उन्होंने यहीं से ही अपनी पढ़ाई पूरी की। उनकी मां हमेशा से चाहती थी कि स्वाति एक डॉक्टर बने। लेकिन हुआ यूं कि जब स्वाति आठवीं कक्षा में पढ़ रही थी तब उन्हीं की एक रिश्तेदार किसी सरकारी विभाग में अधिकारी बनी तो स्वाति की मां काफी खुश हुई। उसी दिन स्वाति के पिता काफी खुश हुए।
बस उसी दिन से स्वाति से ठान लिया कि उसे एक यूपीएससी अधिकारी बनना है।स्वाति ने उसी दिन से तैयारी शुरू कर दी। और सोच लिया कि उसे एक ऑफिसर लेवल की नौकरी करनी है। आखिरकार साल 2007 में जब यूपीएससी का रिजल्ट आया तो इस एग्जाम में स्वाति मीणा के पूरे देश में 260 वी रैंक आई।
स्वाति अपने पूरे बैच की सबसे कम उम्र की आईएएस अफसर थी इसके बाद स्वाति को मध्य प्रदेश कैडर मिला। मध्यप्रदेश में स्वाति मीणा को लेडी डॉन के नाम से भी जाना जाता है। क्योंकि मध्यप्रदेश में उन्होंने अवैध खनन के खिलाफ कई बड़ी कार्रवाई है कि है। स्वाति मीणा रात को जानते के साथ अवैध खानों पर पहुंच जाती है। नतीजा यह निकला कि मध्यप्रदेश के मंडला जैसे इलाकों में अवैध खनन पूरी तरह से समाप्त हो चुका है।
स्वाति बताती है कि उनकी मां अजमेर में ही पेट्रोल पंप चलाती है। ऐसे में उनकी मां घर पर ज्यादा ध्यान नहीं दे पाती है ऐसे में उनके पिता नहीं उनके पढ़ाई का पूरा ध्यान रखा और आज वह आईएएस अफसर बन गई। जब स्वाति का पढ़ाई से मन भर जाता तो मां पास आती और कहतीं बेटी हिम्मत रखो एक दिन तुम जरुर कामयाब होगी। बस मां की इसी मंत्र ने बेटी को अफसर बिटिया बना दिया।