
जयपुर. स्मार्टफोन यूज करने वाला शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जो व्हाट्सएप यूज नहीं करता हो....। राजधानी जयपुर में रहने वाले झाबर सिंह के मोबाइल में भी व्हाट्सएप इंस्टॉल था। डेयरी का काम करने वाले झाबर सिंह के व्हाट्सएप पर डेयरी से संबंधित ही एक ग्रुप बना हुआ था, जैसे ही इस ग्रुप में आए प्रधानमंत्री से संबंधित एक लिंक पर क्लिक किया तो खाता साफ हो गया । खाते से चार लाख ₹50000 निकल गए । इसकी जानकारी करधनी थाना पुलिस को दी गई है , पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
पता नहीं चला और मोबाइल में अपडेट हो गया वो एप
करधनी थाना पुलिस ने बताया कि दूध बेचने और डेयरी का काम करने वाले झाबर सिंह ने डेयरी के नाम से जो ग्रुप बनाया था , उस ग्रुप में प्रधानमंत्री की पशु योजना से जुड़ने के लिए एक लिंक आया था । इस लिंक को जैसे ही क्लिक किया अपने आप एक एप झाबर सिंह के मोबाइल में इंस्टॉल हो गया । झाबर सिंह को पता ही नहीं चला कि मोबाइल में यह ऐप आ चुका है। उसके कुछ देर बाद ही झाबर सिंह के मोबाइल में 4 से 5 ओटीपी आए और इन ओटीपी के जरिए चार लाख ₹50000 खाते से निकल गए।
प्रधानमंत्री के नाम से आया था वो लिंक
जब मोबाइल में जांच की तो पता चला प्रधानमंत्री के नाम से जो मैसेज का लिंक आया था वह लिंक एक स्कैम था और उसे डाउनलोड करते ही मोबाइल से संबंधित सारी जानकारी साइबर ठग के पास चली गई थी। उसने पलक झपकते ही पूरा बैंक बैलेंस उड़ा दिया। करधनी थाना पुलिस ने बताया कि पहले भी इस तरह से कई ग्रुप में मैसेज आए और जैसे ही उनको क्लिक किया गया मोबाइल में ऐप इंस्टॉल हो गए । जिसका मोबाइल धारकों को पता ही नहीं चला और कई लोगों के बैंक खाते साफ हो गए । फिलहाल पुलिस आरोपियों तक पहुंचाने की कोशिश कर रही है।
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