सहारा समूह के चेयरमैन का सुब्रत रॉय का निधन: अरबों का विशाल सम्राज्य खड़ा करने वाले सहारा श्री यानि सुब्रत रॉय का मंगलवार रात को निधन हो गया। उनकी जिंदगी के कई चैप्टर रहे हैं। वो कई लोगों के लिए वह हीरो थे तो कई आज भी उनको विलन बताते हैं।
जयपुर. मंगलवार रात सहारा कंपनी के मालिक सुब्रत राय का निधन हो गया। उनकी मौत होने के बाद अब एक बार फिर देश में लोगों द्वारा उनकी सहारा कोऑपरेटिव में लोगों द्वारा निवेश किए गए पैसे डूबने की बात सामने आ रही है। हालांकि अभी तक इस पर कोई भी बयान कंपनी द्वारा सामने नहीं आया है लेकिन चर्चाओं का बाजार गर्म है।
5 अरब किए इनवेस्ट और रिटर्न मिले 10 हजार
यदि बात करें राजस्थान की तो राजस्थान में लाखों लोगों ने करीब 5.09 अरब रुपए का इन्वेस्टमेंट इसमें किया था। हालांकि बीते दिनों सरकार ने इसमें निवेश किए गए रुपए वापस दिलाने के लिए एक पोर्टल की शुरुआत भी की थी लेकिन उससे हर निवेशकर्ता को महज 10 हजार रुपए एक बार मिले और वह भी केवल एक बार...
जीवन भर की पूंजी लेकर सहारा ने किया बेसहारा
आपको बता दे कि राजस्थान में करीब एक दशक पहले से ही लोगों ने शहर में अपना पैसा इन्वेस्ट करना शुरू कर दिया था। लेकिन जब उन्हें सुब्रत रॉय की सालों पहले हुई गिरफ्तारी के बाद अब पैसा इन्वेस्ट करने वाले लोगों के लिए बड़ा संकट खड़ा हो चुका है। जिनका कहना है कि उन्होंने जीवन भर की पूंजी इसी में लगा दी लेकिन अब पैसे वापस आने की कोई उम्मीद नहीं है।
मकान बिका..जमीन बिकी अब सड़क पर
एक अनुमान के मुताबिक राजस्थान में इन्वेस्ट करने वाले करीब 30 लाख से ज्यादा लोग हैं। जोधपुर निवासी मयंक बताते हैं कि उन्होंने मकान बनाने के लिए पैसा जमा किया था लेकिन जब शहर में पैसा इन्वेस्ट किया तो उसके 2 महीने बाद ही पैसा अटक गया। आज भी किराए के मकान में रहने को मजबूर है।
किसी ने बेटी की शादी के लिए किया था इनवेस्ट
सीकर निवासी महेंद्र ने बताया कि उन्हें अपनी बेटी की शादी करनी थी ऐसे में उन्होंने पैसा बैंक में डिपाजिट करवा रखा था और हर महीने एक फिक्स अमाउंट बैंक अकाउंट में जमा करवाते रहते लेकिन लालच में आकर उन्होंने शहर में इन्वेस्ट किया। आज नतीजा यह है कि अब तक बेटी की शादी का उधार चुका रहे हैं।
एक झटके में डूब गई जिंदगी भर की कमाई
जयपुर निवासी शिल्पी बताती है कि परिवार की आर्थिक हालत ज्यादा ठीक नहीं थी ऐसे में सोचा था कि शहर में निवेश करने के बाद जो पैसा मिलेगा उससे कोई रोजगार शुरू करूंगी। लेकिन पूरी की पूरी कमाई ही चली गई।