डॉक्टर बनने के लिए लोगों की उम्र बीत जाती है, लेकिन वह एंट्रेस एग्जाम क्लियर नहीं कर पाते हैं। लेकिन राजस्थान के बाड़मेर में एक एमबीबीएस छात्र ने बीस लाख रुपए के ऑफर के पीछे अपना जीवन दांव पर लगा दिया। अब वो बाकी की जिंदगी जेल में ही बिताएगा।
जोधपुर. देश भर में नीट की परीक्षा का आयोजन रविवार को हुआ। इस बीच राजस्थान में भी करीब दो लाख बच्चों में डॉक्टर बनने का सपना पूरा करने का प्रयास किया। लेकिन इस बीच राजस्थान के कई शहरों से परीक्षा में गडबड़ी का मामला भी सामने आया। दरअसल जोधपुर जिले में एक एमबीबीएस छात्र ने बीस लाख रुपए के ऑफर के पीछे अपना जीवन दांव पर लगा दिया। अब न तो पैसा मिला और उपर से केस और दर्ज हो गया। अब जेल जाने की तैयारी है।
शिकारगढ़ इलाके में हुआ बड़ा खुलासा
जोधपुर जिले की बनाड़ पुलिस ने बताया कि शिकारगढ़ इलाके में स्थित केवी नंबर दो में परीक्षा का सेंटर आया था। यहां पर बाडमेर निवासी संजय विश्नोई को पकड़ा गया। उसके पास जो दस्तावेज थे उनसे तो वह नहीं पकड़ा जा सका, लेकिन जब फिंगर प्रिंट जांच की गई तो वह तुरंत पकड़ में आ गया। उसने बताया कि वह जालोर निवासी चेतन की जगह परीक्षा दे रहा है। चेतन ने परीक्षा देने के लिए बीस लाख रूपए का ऑफर दिया था।
डॉक्टर बनने जा रहा था, लेकिन अब जेल जाएगा
चेतन ने संजय से कहा था कि परीक्षा सेंटर से बाहर आते ही पैसा खाते में आ जाएगा। अब पुलिस ने चेतन की तलाश शुरू कर दी है। जालोर और जोधपुर में उसे तलाशा जा रहा है। संजय विश्नोई जोधपुर से ही एमबीबीएस कर रहा है। वह जल्द ही डॉक्टर बनने जा रहा था, लकिन अब जेल जाएगा।