राजस्थान के टोंक जिले के बड़े हादसे की खबर सामने आई है। जहां इलाके के सबसे बड़े बीसलपुर बांध में बोटिंग के दौरान एक नाव पलट गई और एक ही परिवार के 7 लोग डूब गए। इस घटना से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है।
टोंक. राजस्थान के 3 बड़े शहरों जयपुर , दौसा और टोंक जिले के करीब सवा करोड़ लोगों की प्यास बुझाने वाले बीसलपुर बांध में पिछले 12 घंटे से गोताखोर अपनी नावें दौड़ा रहे है। गोताखोरों के साथ ही मछुआरे भी बांध में गिरे हुए लोगों की तलाश कर रहे हैं । लेकिन पूरी सफलता नहीं मिल रही है।
बीसलपुर बांध के बीच में ही पलट गई नाव
दरअसल टोंक जिले के बीसलपुर क्षेत्र में स्थित बीसलपुर बांध कई जिलों की प्यास बुझाने का एकमात्र माध्यम है। शनिवार देर शाम को बांध में कुछ लोगों के डूबने की खबर के बाद टोडारायसिंह थाना पुलिस मौके पर पहुंची और प्रशासनिक अमले को इसकी सूचना दी । पता चला कि पंचायत समिति टोडारायसिंह के जेइएन मोहसिन खान ने मछली ठेकेदार सलीम से वोट मांगी थी, ताकि वह अपने परिवार को बीसलपुर बांध घुमा सके। वे लोग बीसलपुर बांध के बीच में बने हुए टापू पर जाना चाह रहे थे। सलीम ने अपनी वोट मोहसिन खान को दे दी। लेकिन टापू पर जाने के दौरान पानी के बहाव में वोट फस गई और बेकाबू होकर पलट गई ।
12 घंटे से गायब लोगों की हो रही है तलाश
किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दी तो पुलिस मौके पर पहुंची। गोताखोरों और मछुआरों की मदद से शनिवार रात तक 5 लोगों को निकाल लिया गया था, लेकिन अभी भी मोहसिन खान और बोट चलाने वाला बद्रीलाल गायब है। दोनों के बारे में आज सवेरे तक कोई सुराग नहीं लग सका है। उनकी लगातार तलाश की जा रही है।
मछुआरे से अवैध तरीके से ली थी हादसे वाली नाव
टोडारायसिंह पुलिस ने बताया कि जिस जगह पर नाव पलटी थी उस जगह पर कई फीट गहरा जलभराव है। वहां बड़ी मछलियां भी है जो इंसान को नुकसान पहुंचाने के लिए काफी है । फिलहाल पुलिस और प्रशासनिक अमला दोनों की तलाश में जुटे हुए हैं । प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि मछुआरे से जो नाव ली गई थी वह अवैध तरीके से ली गई थी, यानी इस मामले में मोहसिन खान पर कार्रवाई की भी तलवार लटकी हुई है। नाव में सवार दो महिलाएं और बच्चों को फिलहाल अस्पताल में भर्ती किया गया है।