राजस्थान के भरतपुर में आरक्षण को लेकर माली समाज आंदोलन कर रही है। इसी बीच बड़ी खबर सामने आई है। एक आंदोलनकारी ने सुसाइड कर लिया। पेड़ से लटका उसका शव मिला है, साथ मृतक की जेब से एक पर्ची मिली है, जो उसने मौत से पहले लिखी थी।
भरतपुर (राजस्थान). भरतपुर में माली समाज, मौर्य समाज, कुशवाहा समाज समेत तीन अन्य समाज के बारह प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन से दो बड़ी खबर आ रही है। पहली बड़ी खबर ये है कि आरक्षण का यह आंदोलन आज समाप्त हो सकता है। दोपहर बाद सीएम इस बारे में कुछ बड़ी घोषणा कर सकते हैं और दूसरी बड़ी बात ये है कि इस आंदोलन में एक आंदोलनकारी ने सुसाइड कर लिया। लाश आज सवेरे पेड से लटकी हुई मिली है। उसकी पहचान पुलिस ने उसके पास मिले दस्तावेज के आधार पर की है।
अब लाश रखकर प्रदर्शन कर रहे समाज के लोग
मौत के बाद अब समाज के लोगों ने विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया है। उसकी लाश पुलिस का नहीं उठाने दी है। लाश रखकर प्रदर्शन शुरु कर दिया गया है। अब आरक्षण की मांग के अलावा पचास लाख और सरकारी नौकरी की भी मांग की जा रही है।
हाइवे पर लगा जाम और बंद कर दिया इंटरनेट
मामला भरतपुर के हलैना के पास अरोंदा और आसपास के गावों का है। इन गावों से होकर ही जयपुर आगरा नेशनल हाइवे गुजरता है और इसी नेशनला हाइवे को शुक्रवार रात से जाम किया गया है। आंदोलन के कारण ही शुक्रवार रात बारह बजे से आज रात बारह बजे तक आसपास के क्षेत्र में इंटरनेट बंद कर दिया गया है।
मृतक की पॉकेट से निकली पर्ची...जिसमें लिखी अलग ही बात
आज सवेरे हुए घटनाक्रम के बारे में पुलिस ने बताया कि जिस युवक का शव मिला है उसकी पहचान मोहन सिंह के रुप में हुई है। वह नजदीक ही स्थित मूढिया गंधार गांव का रहने वाला था। वह शुक्रवार दोपहर से ही आंदोलन में शामिल था। उसके परिजनों को इसकी सूचना दी गई तो कोहराम मच गया। परिवार और समाज के लोगों ने मिलकर मोहन सिंह की लाश को वहीं सड़क पर रख लिया है। मोहन सिंह की जेब से एक पर्ची निकली है उसमें लिखा है ज्योतिबा फुले की जय... बारह प्रतिशत आरक्षण लेकर ही रहें