राजस्थान के बीकानेर में दिल दहला देने वाला एक्सीडेटं हो गया। जिसमें एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौके पर मौत हो गई। यह एक्सीडेंट इतना खतरनाक था कि लाशों को गाड़ी से बाहर निकलने के लिए जेसीबी की मदद लेनी पड़ी। तब कहीं जाकर शव निकल सके।
बीकानेर. राजस्थान के बीकानेर जिले से एक बड़ा सड़क हादसा सामने आया है। हादसा इतना खतरनाक था कि घटना में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। जिनमें पति, पत्नी और बुजुर्ग सास है। तीनों अपने बच्चों और पिता के साथ रामदेवरा दर्शन करने के लिए जा रहे थे। इसी दौरान उनकी कार एक बस से जा भिड़ी। फिलहाल तीनों के शव को हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाया गया।
हादसे में मरने वाले तीनों एक परिवार के सदस्य थे
हादसे में बीकानेर में सिंचित क्षेत्र विकास में एक्सईएन के पद पर नौकरी कर रहे राजेश दायमा और उनकी पत्नी रितु और मां कमला की मौत हो गई। जबकि उनके पिता मुक्तिराम, दिव्यांशु और बेबी गंभीर रूप से घायल हो गए। यह सड़क हादसा इंदिरा गांधी नहर की मुख्य नहर 1000 आरडी पर हुआ। सड़क हादसे में जहां 3 लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया तो वहीं अन्य तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए। बेटा और बेटी को लहूलुहान हालत में पड़े रहे। जिनका पहले तो प्राथमिक उपचार किया गया और फिर उन्हें मुख्य हॉस्पिटल भेजा गया तो वह गाड़ी में बैठे बैठे अपने माता और पिता का ही नाम लेते रहे।
हादसा इतना खतरनाक कि लाशों को निकालने के लिए बुलाई जेसीबी
यह सड़क हादसा इतना खतरनाक था कि कार पूरी तरह से बस के अंदर जा घुसी। शवों को बाहर निकालने के लिए पुलिस को जेसीबी की मदद लेनी पड़ी। करीब आगे से 1 घंटे की मशक्कत के बाद शवों को बाहर निकाला गया। आपको बता दें कि राजेश दायमा और उनका परिवार 3 दिन पहले ही बीकानेर में आकर रहने लगा था। ऐसे में परिवार ने सोचा था कि क्यों ने इलाके के मंदिरों में दर्शन किए जाए लेकिन उन्हें पता नहीं था कि यह यात्रा उनके परिवार की आखिरी यात्रा होगी।
हादसे के बाद हुआ भयानक धमाका
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि यह हादसा इतना ज्यादा खतरनाक था कि जैसे ही कार आगे खड़ी बस से टकराई तो एक जोरदार धमाका हुआ वह कुछ समझ पाते इसके पहले तो एक तेज धुआं निकला और इन लोगों की चीख-पुकार सुनाई दी। जैसे-तैसे सभी लोग बस के पास पहुंचे और फिर मदद करना शुरू की। यदि एक्सईएन के बेटे-बेटी को समय पर इलाज नहीं मिल पाता तो उनकी भी मौत हो सकती थी।