राजस्थान में बिपरजॉय तूफान ने तबाही मचाकर रखी हुई है। बाड़मेर में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। इसी बीच जोधपुर से अनोखी खबर सामने आई है। जहां सुहाना मौसम के बीच दो दिन में शहर के लोग 60 लाख के मिर्च बड़े और ब्रेड पकोड़े खा गए ।
जोधपुर. जी हां आपने सही पढा है। राजस्थान के जोधपुर शहर में सबसे फेमस मिर्च बड़ा पिछले 2 दिन से सामान्य की तुलना में 4 गुना तक ज्यादा बिक रहा है । इसके पीछे बड़ा कारण तूफान के चलते सुहावना मौसम है। जोधपुर वाले सिर्फ 2 दिन में ही ₹60 लाख के मिर्च बड़े और ब्रेड पकोड़े खा गए । दुकानदारों का कहना है कि तूफान नहीं आना चाहिए, लेकिन इसी तरह का मौसम बना रहे तो फिर मजे ही मजे हैं।
जोधपुर शहर के मिर्ची बड़ा पूरे देश में फेमस
दरअसल, जोधपुर शहर के मिर्ची बड़े पूरे राजस्थान ही नहीं , आसपास के राज्यों में भी फेमस हैं । पुराने जोधपुर में स्थित जोधपुर मिष्ठान भंडार के कारोबारी पंकज व्यास का कहना है कि जोधपुर में औसतन हर दिन करीब 50 से 70 हजार के करीब मिर्च बड़े बेचे जाते हैं। लेकिन अब 2 दिन में ही यानी शुक्रवार और शनिवार को करीब 3 लाख मिर्च बड़े बेज दिए गए हैं। कई जगह पर इनकी कीमत ₹15 पीस है और कई जगह पर इनकी कीमत ₹25 पीस है। कुछ जगहों पर ₹20 में भी माल बेचा जाता है । औसतन ₹20 की रेट लगाएं तो 2 दिन में ही जोधपुर के शौकीन लोग ₹60 लाख के मिर्ची बड़े खा गए।
2 दिन में 5 टन आलू, 300 किलो मिर्च- 200 किलो प्याज और 500 किलो बेसन
शुक्रवार को सवेरे जब डिमांड ज्यादा आई तो दुकानदारों ने आलू , मिर्च , बेसन की क्वांटिटी बढ़ा दी। यही हाल आज रविवार को भी रहने वाला है । आज तो शुक्रवार और शनिवार से भी ज्यादा माल बिकने की संभावना है। व्यास का कहना है कि अगर एक मोटा अंदाजा लगाया जाए तो 2 दिन में ही करीब 5 टन आलू, 300 किलो से ज्यादा मिर्च , करीब 200 किलो प्याज और 500 किलो से ज्यादा बेसन इस्तेमाल लिया जा चुका है । अच्छी बात यह है कि जिस तरह से जोधपुर में तूफान को लेकर फोरकास्ट किया गया था , उस तरह का तूफान फिलहाल जोधपुर में नहीं देखा गया। हालांकि कुछ निचले इलाके जहां पानी की निकासी की समस्या है , वहां पर बारिश का पानी भरने से घरों तक पानी पहुंच गया है और वहां एसडीआरएफ की टीमें काम पर लगी हुई है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तूफान को लेकर बुलाई इमरजेंसी मीटिंग
उल्लेखनीय है कि गुरुवार रात ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तूफान को लेकर इमरजेंसी मीटिंग कॉल की थी । उसमें जोधपुर और बीकानेर संभाग के लिए सबसे ज्यादा परेशानी बताई गई थी और सबसे ज्यादा बंदोबस्त भी इन दोनों संभाग के लिए किए गए थे। लेकिन बाड़मेर जिले में तूफान का सबसे ज्यादा असर देखने को मिला है। बाड़मेर जिला जोधपुर संभाग में आता है।