राजस्थान के डूंगरपुर जिले में उस समय हड़कंप मच गया जब पुलिस ने मृतक के शव को अर्थी से उठवा लिया। यानि बेटा पिता को मुखागिन देने ही वाला था और पुलिस ने उसे रुकवा दिया। मामले में जब खुलासा हुआ तो लोगों के होश उड़ गए।
डूंगरपुर. मां और बेटे ने मिलकर पिता की हत्या कर दी। विधवा बेटी और उसके प्रेमी ने भी साथ दिया। हत्या को हादसे का रूप देने की कोशिश की और कामयाब भी हो गए। लेकिन शमशान घाट में पुलिस अचानक पहुंच गई और अर्थी पर से लाश उठवा ली। पता चला कि जो पत्नी सबसे ज्यादा रो रही थी वही अपने पति की मौत की मास्टरमाइंड निकली। अपने हाथों उसने अपना सुहाग खुद उजाड़ लिया। मामला डूंगरपुर जिले के सांगवाड़ा थाना इलाके का है।
अंतिम संस्कार से चंद मिनटों पहले खुला राज
पुलिस ने बताया कि थाना इलाके में स्थित पुर्नवास कॉलोनी में रहने वाले हेमंत जोशी की मौत के बाद परिवार के लोग उनका अंतिम संस्कार करने ले गए थे। कॉलोनी और परिवार के लोगों को बताया गया था कि हेमंत जोशी एक रात पहले डेयाना रोड पर अचेत मिले थे। शरीर पर चोट के निशान थे। संभव है कि किसी वाहन ने टक्कर मार दी। उसके बाद डॉक्टरों से जांच कराई तो पता चला कि उनकी मौत हो चुकी है।
बेटा मुखागिन देने ही वाला था और पुलिस ने शव उठा लिया...
परिवार में कोहराम मच गया। अंतिम यात्रा निकाली गई और हेमंत जोशी की लाश को शमशान लाया गया। बेटा अपने पिता की लाश को मुखागिन देने ही वाला था कि अचानक पुलिस वहां आ पहुंची। पता चला कि हेमंत जोशी के सिर में डंडे से मारने के निशान हैं। लाश को मुर्दाघर पहुंचाया गया। जांच में सामने आया कि सिर में चोट लगने से मौत हुई है। पुलिस ने तुरंत हेमंत के बेटे मुकेश को धर लिया। उसने बताया कि विधवा बहन योगिता कुछ दिन से एक युवक के साथ प्रेम में थी। इसी बात को लेकर पिता ने आपत्ति की थी। मामला बढ़ा तो मुकेश, उसकी मां सुशीला, बहन योगिता और बहन के प्रेमी ने मिलकर हेमंत की हत्या की और लाश हाइवे पर फेंक दी। पुलिस ने अब इन्हें अरेस्ट कर लिया है।