राजस्थान में इस वक्त चुनावी माहौल है। लेकिन सियासी शोर के बीच ईडी एजेंसी एक्टिव हो गई है। शुक्रवार सुबह-सुबह कांग्रेस और आएलपी के कई नेताओं के घर पर ईडी ने छापेमारी की है।
जयपुर. राजस्थान में चुनाव से ठीक पहले अब ईडी एक बार फिर से एक्टिव हो गई है। ईडी यानि प्रर्वतन निदेशालय की टीम ने आज राजस्थान के कुछ शहरों में छापेमारी की है। पूरा मामला पिछले साल नवंबर में शिक्षक भर्ती पेपर लीक केस से जुड़ा हुआ है। इस मामले में आज डूंगरपुर जिले में रहने वाले कांग्रेसी नेता दिनेश खोड़निया, उनके समधी अशोक जैन और आरएलपी नेता स्पर्धा चौधरी के यहां छापे मारे हैं। इस छापेमारी से दोनो ही पार्टियों में हडकंप मचा हुआ है। जिस स्पर्धा चौधरी के यहां छापे मारे गए हैं उनका ताल्लुक कांग्रेस और आएलपी पार्टी दोनो से है।
मामला लाखों से करोड़ों तक जा पहुंचा...
दरअसल, पिछले साल नवम्बर में शिक्षक भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक होने का मुद्दा इतना बढ़ता चला गया कि एक साल से लगातार एक्शन जारी है। पहले पुलिस ने इस केस की जांच की, उसके बाद राजस्थान पुलिस की एजेंसी एटीएस और एसओजी ने जांच की। मामला और बड़ा निकला तो पता चला कि आरपीएससी यानि सरकारी भर्ती परीक्षाएं कराने वाली सरकारी एजेंसी के यहां से ही पेपर लीक हो गया था और करीब पचास लाख में बिका था। मामला लाखों से करोड़ों तक जा पहुंचा और फिर इस मामले में इस साल जून में ईडी ने एंट्री मारी। ईडी ने आरपीएसससी सदस्य बाबूलाल कटारा और उसके बेटे को टारगेट किया। ईडी ने करीब तीन करोड़ से भी ज्यादा की प्रॉपर्टी सीज कर दी।
कांग्रेस और आएलपी पार्टी में आया भूचाल
उसके बाद अब तीन दिन पहले फिर से ईडी एक्शन में आई है। इस पूरे केस के मास्टर माइंड भूपेन्द्र चारण से पूछताछ करने के बाद अब ईडी ने आज जयपुर और डूंगरपुर जिले में कांग्रेसी नेताओं और आरएएलपी पार्टी के नेताओं पर छापे मारे हैं। इस छापेमारी से कांग्रेस और आएलपी पार्टी में भूचाल आया हुआ है। आरएलपी पार्टी सांसद हनुमान बेनीवाल की है।
यह भी पढ़ें-कौन है यह दबंग नेता स्पर्धा चौधरी, जिनके यहां पड़ी है ईडी की रेड