
जयपुर. राजस्थान में इन दिनों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार गांव गांव में महंगाई राहत कैंप आई प्रशासन गांव के संग शिविर लगा रही है। जहां लोग अपनी समस्या लेकर आ रहे हैं। सालों से किसी को मेडिकल सहायता नहीं मिली है तो सालों से किसी के बिजली बिलों में करेक्शन नहीं हो पाया है। लेकिन राजस्थान के दौसा जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है।
राजस्थान सीएम गहलोत के शिविर में रोते हुए पहुंचे 5 बच्चे
यहां 5 बच्चे एक महंगाई राहत शिविर में रोते हुए पहुंचे। जिनका यह कहना था कि हम चार बहन और एक भाई है। हमारा पिता मर गया है और मां भी भाग गई हमारे पास खाने-पीने की कोई व्यवस्था नहीं है हमें मम्मी पापा की याद भी बहुत आती है। इन बच्चों ने यही बातें कई बार दोहराई और फिर तहसीलदार को ज्ञापन भी सौंपा। जिसके बाद बच्चों की मां के खिलाफ एफआईआर भी दर्जी करवाई जा चुकी है।
यह 5 बच्चे 18 साल से भी कम उम्र के...
इन बच्चों के ताऊ रमेश का कहना है कि उसके भाई की टीकाराम की मौत साल 2021 में हुई थी। लेकिन उसकी पत्नी पहले ही घर छोड़कर फरार हो गई क्योंकि भाई ज्यादातर बीमार ही रहता था। हालांकि एक महीने बाद वह वापस लौटी लेकिन केवल अपना पेंशन शुरू करवाने की खातिर। हालांकि बच्चों को पालनहार योजना में भी जुड़वाया गया। इन बच्चों की मां इतनी शातिर निकली कि उसने अपने पति की मौत के बाद सारे क्लेम ले लिए और फिर अपने प्रेमी के साथ घर छोड़कर फरार हो गई। आपको बता दें कि यह 5 बच्चे 18 साल से भी कम के हैं। जिनमें 4 बेटियां हैं जिनकी उम्र महज 11 से 7 साल के बीच है जबकि इकलौते लड़के की उम्र 4 साल है।
राजस्थान की राजनीति, बजट निर्णयों, पर्यटन, शिक्षा-रोजगार और मौसम से जुड़ी सबसे जरूरी खबरें पढ़ें। जयपुर से लेकर जोधपुर और उदयपुर तक की ज़मीनी रिपोर्ट्स और ताज़ा अपडेट्स पाने के लिए Rajasthan News in Hindi सेक्शन फॉलो करें — तेज़ और विश्वसनीय राज्य समाचार सिर्फ Asianet News Hindi पर।