राजधानी जयपुर के एयरपोर्ट पर ट्रैफिक बढ़ चुका है। एयरपोर्ट से मिले आंकड़ों के मुताबिक पिछले सितंबर महीने में यहां 500 से ज्यादा नॉन शेड्यूल फ्लाइट या फिर चार्टर्ड विमान उतरे हैं। वजह राजस्थान विधानसभा चुनावों में नेताओं का दौरा…
जयपुर. राजस्थान में विधानसभा चुनाव का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। राजस्थान में 23 नवंबर को विधानसभा चुनाव 2023 के लिए मतदान होना है और फिर 3 दिसंबर को मतगणना होगी। एक तरफ जहां बाजार में चुनाव की सरगर्मियां तेज हो चुकी है। वहीं चुनाव का असर राजधानी में एयरपोर्ट और हवाई यात्राओं पर भी पड़ा है।
500 से ज्यादा नॉन शेड्यूल फ्लाइट या फिर चार्टर्ड विमान उतरे
राजधानी के एयरपोर्ट पर अब शेड्यूल फ्लाइट के बजाय नॉन शेड्यूल फ्लाइट ज्यादा आ रही है। आपको बता दे कि वर्तमान में कांग्रेस पार्टी ने एक भी टिकट जारी नहीं की और भारतीय जनता पार्टी 41 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। ऐसे में दिल्ली से दोनों पार्टियों के केंद्रीय नेता यहां आ रहे हैं तो यहां के कई नेता दिल्ली जा रहे हैं। और इसके अलावा चुनाव आयोग के अधिकारी लगातार दिल्ली-राजस्थान का दौरा करने में लगे हुए हैं। जिसके चलते राजधानी जयपुर के एयरपोर्ट पर ट्रैफिक बढ़ चुका है। एयरपोर्ट से मिले आंकड़ों के मुताबिक पिछले सितंबर महीने में यहां 500 से ज्यादा नॉन शेड्यूल फ्लाइट या फिर चार्टर्ड विमान उतरे।
इस वजह से बढ़ी हेलीकॉप्टर की डिमांड
इतना ही नहीं यहां पर अब हेलीकॉप्टर की डिमांड भी ज्यादा बढ़ चुकी है। आपको बता दे कि राजस्थान में अब ज्यादातर नेता एक दिन में कई इलाकों का दौरा करना चाहते हैं ऐसे में वह हवाई सफर को ही प्राथमिकता देते हैं। इसका किराया 1 दिन का 5 लाख से 15 लाख होता है लेकिन हर नेता यही चाहता है कि वह ज्यादा से ज्यादा एरिया को कवर करें ऐसे में वह हेलीकॉप्टर से ही अपना दौरा करना चाहता है।
चार्टर्ड प्लेन सभी पूरी तरह से बुक
राजस्थान में वर्तमान में हालात यह हो चुके हैं कि शादियों के दौरान जो लोग हेलीकॉप्टर में अपनी बारात ले जाना चाहते हैं उन्हें हेलीकॉप्टर की बुकिंग नहीं दी जा रही है क्योंकि विधानसभा चुनाव के चलते हेलीकॉप्टर और चार्टर्ड प्लेन सभी पूरी तरह से बुक है।