राजस्थान के दो मुस्लिम युवक जुनैद और नासिर को हरियाणा के भिवानी में जिंदा जलाने का मामला जोर पकड़ने लगा है। अब इस केस ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है। वहीं भरतपुर के एसएचओ ने इस केस को लेकर बड़ा खुलासा किया है।
भरतपुर (राजस्थान). भरतपुर जिले के पहाड़ी थाना इलाके में स्थित घाट मीका गांव में रहने वाले जुनैद और नासिर को जिंदा जला देने वाले मामले में भरतपुर पुलिस का लेना देना कुछ नहीं था ,कुछ दिन पहले तक। लेकिन अब सोशल मीडिया पर जो वीडियो लगातार सामने आ रहे हैं उन मामलों के उन वीडियो के आधार पर भरतपुर पुलिस खुद ही इस मामले में घिरती जा रही है। यहां तक कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक को राजनीतिक पार्टियों ने घेर लिया है । उनके खिलाफ बयानबाजी हुई है । भाजपा के सांसद आमने-सामने हो रहे हैं । भरतपुर एसएचओ का वीडियो वायरल हो रहा है, उधर हरियाणा में पुलिस भरतपुर पुलिस के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करने की भी तैयारियां कर रही है । यानी जिस केस से भरतपुर पुलिस का कोई लेना देना नहीं था उस केस में अब भरतपुर पुलिस बुरी फंसती नजर आ रही है।
हरियाण के भिवानी में जुनैद और नासिर को जला दिया था जिंदा
दरअसल भरतपुर के जुनैद और नासिर की कुछ दिन पहले हरियाणा के भिवानी जिले में हत्या कर दी गई थी । हत्या का मुकदमा दर्ज करने के बाद भरतपुर पुलिस ने गौ रक्षा और बजरंग दल से जुड़े हुए 5 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया । इनमें से एक को गिरफ्तार कर लिया गया और बाकी चार की तलाश की जा रही है । इस बीच गोपालगढ़ थाने के एक s.h.o. रामनरेश का वीडियो सामने आ रहा है। इस वीडियो में वह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि जुनैद के खिलाफ पांच केस थे उसकी सूचना लीक हो गई थी, उसे जिंदा जला दिया गया ।
हिडन कैमरे के सामने कह रहे सबूत थे इसलिए जिंदा जला दिए
एक हिडन कैमरे के सामने एसएचओ ने यहां तक कहा कि जुनैद और नासिर जब गांव से निकले तभी उनकी सूचना लीक हो गई थी । उनकी सूचना गौ रक्षकों के पास पहुंच गई थी और उसके बाद उन्हें जिंदा जला दिया गया । इस मामले में अब भरतपुर पुलिस की बात करें, भरतपुर की पहाड़ी थाना पुलिस के खिलाफ हरियाणा के नूह इलाके में केस दर्ज होने की तैयारी हो रही है । हरियाणा पुलिस का कहना है कि भरतपुर पुलिस एक आरोपी श्रीकांत के घर आई थी तो उसकी गर्भवती पत्नी को पेट पर लात मार दी। पत्नी 9 महीने की गर्भवती थी उसके मरा हुआ बच्चा पैदा हुआ है । पुलिस ने बच्चे की लाश को कब्र से वापस निकाल लिया है और अब पोस्टमार्टम कराने के बाद हत्या का केस दर्ज करने की तैयारी की जा रही है । यानी भरतपुर पुलिस चारों ओर से घिरती नजर आ रही है । अब यह तय हो चला है कि पहाड़ी के इस मामले में किसी न किसी पुलिस वाले की वर्दी पर दाग लगने वाला है ।
पूरे देश की निगाहें भरतपुर के इस मामले पर टिकीं
अब बात राजनीति की, इस पूरे घटनाक्रम पर पिछले 3 दिन से इतनी राजनीति हुई है कि इसे और बड़ा मुद्दा बना दिया गया है। यह सही है कि जुनैद पर पांच केस गौ तस्करी के दर्ज थे । वह 5000 का इनामी भी था । उसकी मौत हुई तो सरकार ने ₹2000000 जुनैद को और 2000000 रुपए नासिर को दिए ताकि इस बवाल को शांत किया जा सके । लेकिन ए आई एम आई एम पार्टी के चीफ असुउद्दीन ओवैसी भरतपुर पहुंचे । उन्होंने उसी जगह पर जनसभा की जहां पर यह पूरा घटनाक्रम हुआ। उनका यह कहना था कि अशोक गहलोत सरकार ने उदयपुर में मारे गए कन्हैया लाल की मौत के बाद उसे ₹50 लाख दिए तो मुस्लिम समाज के इन दोनों लड़कों को ₹20 लाख ही क्यों दिए गए।
गौ-सेवा के नाम पर राजनैतिक रोटियां सेंक रहे लोग
अब बात सांसद रंजीता कोली की जो भरतपुर से हैं। उन्होंने इस मामले में भरतपुर पुलिस के खिलाफ मानव अधिकार आयोग को पत्र लिखकर भरतपुर पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उल्लेखनीय है कि भरतपुर पुलिस के और सांसद रंजीता कोली के बीच में कई बार विवाद हो चुके हैं । अब अलवर सांसद की बात करें सांसद बालक नाथ का कहना है गौ सेवा से जुड़े हुए संगठनों को इस तरह के हमलों में और राजनीति में फंसाने के बाद कुछ लोग राजनीतिक रोटियां सेकना चाह रहे हैं। कुल मिलाकर यह मामला भरतपुर पुलिस के खिलाफ जाता नजर आ रहा है।