पीड़ित महिला ने देवर और देवरानी पर डायन बताकर जिंदा जलाने का भी आरोप लगाया है। पीड़िता का कहना है कि कई महीने से डायन बताकर परिवार के लोग परेशान कर रहे हैं। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
डूंगरपुर। प्रदेश के डूंगरपुर जिले से अजीबो गरीब मामले सामने आया है। जिले के एक गांव में महिला के साथ क्रूरता की गई। यहां महिला को डायन बताकर उसके हाथ जला दिए गए। परिजनों ने एक तांत्रिक को बुलाया जिसने डायन भगाने का झांसा देकर महिला की दोनों हथेलियों पर जलती हुई राख डाल दी जिससे उसके हाथ जल गए। महिला का आरोप है कि उसके देवर और देवरानी ने मिलकर उसके साथ ऐसी क्रूरता की है।
डायन का साया होने की बात कहकर क्रूरता
जिले के रामसागड़ा थाना इलाके के गामड़ी अहाड़ा वजेला फला में रहने वाली महिला पर डायन का साया होने की बात कहकर क्रूरता की गई। पीड़िता ने बताया कि उसके देवर रूपसी पुत्र पूंजा डामोर, पप्पू पुत्र पूंजा डामोर, देवरानी लक्ष्मी पत्नी रूपसी डामोर और समू पत्नी पप्पू डामोर कई दिन उसपर डायन आने का शक कर रहे हैं।
डायन भगाने तांत्रिक के पास ले गए देवर-देवरानी
3 सितंबर को देवर और देवरानी उसे मनपुर गांव में इलाज के बहाने एक महिला तांत्रिक के पास ले गए। उन्होंने कॉल कर अपनी साथी आशा पुत्री धुला कटारा निवासी मनपुर को भी तांत्रिक के यहां बुला लिया। इसके बाद महिला तांत्रिक ने उसके बेटे हरीश को बाहर भेज दिया। देवर और देवरानी ने डायन निकालने की बात कहते हुए उसे पकड़ लिया। फिर महिला तांत्रिक डायन निकालने का ढोंग करते हुए उसके हाथों पर जलती राख डालने लगी।
मां की आवाज सुन बेटा पहुंचा और अस्पताल ले गया
महिला का आरोप है कि दर्द के कारण वह चीखी तो उसका मुंह भी दबा दिया गया। फिर भी मां की आवाज सुनकर हरीश अंदर आ गया और उसे बचाया लेकिन तब तक उसके दोनों हाथ जल गए थे। इसके बाद हरीश मां को अस्पताल ले गया।
देवर-देवरानी के खिलाफ एसपी से शिकायत
पीड़िता देवर और देवरानी पर डायन बताकर उसे जलाने का आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत दी है। आरोप है कि कई महीने से डायन बताकर उसे परेशान किया जा रहा है। रामसागड़ा थाना अधिकारी मणिलाल ने बताया कि पीड़ित महिला की ओर से एसपी ऑफिस में परिवाद दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।