राजस्थान में कांग्रेस सरकार एक समस्या हल करती है तो दूसरी मुंह उठाए सामने आ जाती है। इस बार वजह है सफाई कर्मचारियों के लिए सरकार द्वारा निकाली गई भर्ती है। इसको लेकर एक समाज विशेष के लोगों ने शिकायत दर्ज कराते हुए हड़ताल पर जाने की मांग की है।
जयपुर (jaipur news).राजस्थान सरकार एक समस्या को हल करती है कि दूसरी समस्या तैयार खड़ी रहती है । राजस्थान सरकार ने सफाई कर्मियों की कमी के कारण 13000 नई पदों पर सफाई कर्मी भर्ती करने की तैयारी कर ली है, लेकिन इस भर्ती का पहले ही विरोध होना शुरू हो गया है। विरोध भी पूरे प्रदेश के स्तर पर हो रहा है । विरोध प्रदर्शन में भी जब सरकार ने गौर नहीं किया तो अब हड़ताल पर जाने की तैयारी है । जी हां आपने सही पढ़ा है ।राजस्थान में सफाई कर्मी हड़ताल पर जाने की तैयारी कर रहे हैं ।
घर से नहीं उठेगा कचरा, महिलाओं को होगी परेशानी
आज शाम तक सरकार या तो उनकी तमाम बातें मान लेती है, नहीं तो कल से कचरा घरों के बाहर से नहीं उठाया जाएगा। यह खबर राजस्थान की करोड़ों महिलाओं को परेशान जरूर करेगी। सफाई कर्मियों का कहना है कि यह हड़ताल कब तक जारी रहेगी यह वह लोग भी नहीं कह सकते हैं। दरअसल राजस्थान में 13184 पदों पर भर्ती के लिए सरकार ने विज्ञप्ति निकाल दी है। भर्ती होना अभी तय किया गया है , शुरू नहीं किया गया है । लेकिन उसके बावजूद भी सफाई कर्मचारी जो वर्तमान में राजस्थान में सफाई कार्य से जुड़े हुए हैं वह लोग हड़ताल पर उतर आए हैं।
सफाई कर्मचारी की मांग- एक ही समाज के लिए निकले भर्ती
सफाई कर्मचारियों की मांग है कि यह भर्ती सिर्फ वाल्मीकि समाज के लोगों के लिए ही निकाली जाए , जबकि सरकार ने इस भर्ती में अन्य सरकारी भर्तियों की ही तरह विभिन्न वर्गों के आरक्षण के साथ यह भर्ती निकाली है । वाल्मीकि समाज के लोगों का मानना है कि इस भर्ती में अन्य समाज के लोग भी शामिल हो जाएंगे तो बाल्मीकि समाज के लोगों को नौकरी नहीं मिल पाएगी ।
भर्ती में मिलेगा सभी वर्गों को कोटा
इसी कारण संयुक्त बाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर हिंडोरिया ने कहा कि यह सफाई कर्मचारी भर्ती सरकार को 2018 के पैटर्न पर ही करनी होगी। 2018 में सरकार ने भर्ती में विभिन्न वर्गों का कोटा खत्म कर दिया था और इसी कारण वाल्मीकि समाज के लोग इस भर्ती में शामिल हो सके थे । अब सरकार फिर से कोटा दूसरे समाजों को भी देना चाह रही है लेकिन इस भर्ती के विरोध में अब वाल्मीकि समाज उतर गया है।
नंदकिशोर ने कहा कि हमने सरकार को पहले ही कह दिया था, सफाई कर्मचारियों की भर्ती में सिर्फ वाल्मीकि समाज के लोग ही शामिल होंगे लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया। सरकार को 2 दिन का वक्त दिया था लेकिन सरकार नहीं मानी, अब कल से राजस्थान के सफाई कर्मचारी अनिश्चितकाल की हड़ताल पर जा रहे हैं। सफाई कौन और कैसे करेगा यह सरकार के ऊपर हैं।
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