राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 की राजनैतिक पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी है। कुछ दिन पहले आप पार्टी ने यहां चुनाव लड़ने की बात कही। अब एक बार फिर सीएम गहलोत की मुश्किलें बढ़ने वाली है क्योंकि बीएसपी ने प्रदेश की 200 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है।
जयपुर (jaipur News). राजस्थान के विधानसभा चुनाव में अब महज 5 महीने से भी कम का समय बचा हुआ है। एक तरफ सीएम अशोक गहलोत जहां लगातार राजस्थान में दौरे कर सरकार रिपीट करने का दावा कर रहे हैं। इसी बीच राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत की मुसीबतें बढ़ सकती है। क्योंकि राजस्थान में बहुजन समाजवादी पार्टी इस बार विधानसभा चुनाव में 200 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। हालांकि भारतीय जनता पार्टी को इससे कोई खास फर्क नहीं पड़ने वाला है लेकिन कांग्रेस के लिए एक चुनौती है। क्योंकि प्रदेश सरकार कि मौजूदा टीम में छह विधायक बहुजन समाजवादी पार्टी से ही आए हैं। जिनमें एक को तो सरकार ने मंत्री भी बनाया हुआ है। यदि ऐसा होता है तो कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध जरूर लगेगी।
राजस्थान में BSP 200 सीटों पर लड़ सकती है चुनाव
दरअसल बहुजन समाजवादी पार्टी ने हाल ही में यह बयान जारी किया था कि राजस्थान में सभी 200 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा जाएगा। हालांकि इस बारे में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा का कहना है कि हमारा केवल एक ही लक्ष्य है कि किसी भी पार्टी को बहुमत हासिल करने नहीं दिया जाए। जिससे कि राजस्थान में पावर बैलेंस सुनिश्चित हो। वहीं कांग्रेस से गठबंधन की बात पर भगवान सिंह बाबा ने कहा कि अभी इस पर कोई जानकारी नहीं है हालांकि जो भी सुप्रीमो मायावती का आदेश होगा हम उसी पर काम करेंगे यदि पार्टी 200 सीटों पर चुनाव लड़ती है तो हम तैयार हैं।
पिछले चुनाव में जीते बीएसपी के 6 विधायक शामिल हो गए CM गहलोत के साथ
आपको बता दें कि किसी पार्टी के 6 विधायकों को सीएम अशोक गहलोत ने साल 2019 में अपने साथ कर लिया था। लेकिन इस बार पार्टी ऐसे चेहरों को ढूंढ रही है जो चुनाव जीतने के बाद में कहीं और न जाए बल्कि पार्टी में ही रहे। पार्टी का मुख्य ध्यान अभी भरतपुर,धौलपुर,करौली,अलवर,दौसा,चूरु,झुंझुनू हनुमानगढ़ और गंगानगर की विधानसभा सीटों पर है। इन्हीं सीटों पर पार्टी पहली जीत चुकी है।
राजस्थान में BSP चला रही 'बीएसपी चली गांव की ओर' अभियान
पार्टी प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने बताया कि जल्द ही हम एक अभियान शुरू करने जा रहे हैं। जिसका नाम है बीएसपी चली गांव की ओर अभियान के तहत कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर समर्थन मांगेंगे और पार्टी की विचारधारा से लोगों को जोड़ेंगे। वही पार्टी राजस्थान में जुलाई से अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र में सम्मेलन भी कर सकती है। जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक आकाश आनंद जो कि मायावती के भतीजे हैं वह भी शामिल होने के लिए आ सकते हैं।