राजस्थान में सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से जीत ली एक और जंग। रामप्रसाद मीणा सुसाइड मामले में धरने पर बैठ पीड़ित परिवार को दिलाया न्याय। परिवार को 50 लाख रुपए के साथ आश्रितों को संविदा पर नौकरी देने पर बनी सहमति।
जयपुर (jaipur news). आखिर 5 दिन तक घर के ताले में बंद मृतक रामप्रसाद मीणा को अब सद्गति मिलने वाली है। कल रामप्रसाद मीणा के गांव में उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा । रामप्रसाद मीणा के लिए इंसाफ की लड़ाई लड़ रहे भारतीय जनता पार्टी से सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से एक और लड़ाई जीत ली है । करोड़ों रुपयों के होटल को पहले ही मिट्टी में मिला दिया गया है । अब रामप्रसाद के परिवार को 50 लाख और आश्रितों को संविदा पर नौकरी देने पर सहमति बनी है ।
कौन है रामप्रसाद मीणा और क्या है पूरा मामला
दरअसल जयपुर के हवामहल विधानसभा क्षेत्र में रहने वाले रामप्रसाद मीणा ने 5 दिन पहले सुसाइड कर लिया था । रामप्रसाद मीणा की मौत से पहले उसने सुसाइड वीडियो बनाया था और इस वीडियो में सरकार के मंत्री महेश जोशी , एक होटल संचालक समेत आठ लोगों को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया था । दरअसल जिस जगह पर रामप्रसाद की 100 गज जमीन थी , उस जगह के नजदीक एक फाइव स्टार होटल बन रही थी। बताया गया है कि इस होटल के मालिक और मंत्री महेश जोशी में अच्छी दोस्ती थी । इस कारण दोस्ती का फायदा उठाकर होटल का मालिक रामप्रसाद मीणा की 100 गज जमीन पर कब्जा करना चाहता था। उसे उसी के घर से बेदखल करवा दिया गया था। इसके लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग भी किया गया था । आखिर सभी से तंग आकर रामप्रसाद ने सुसाइड कर लिया था।
मदद को पहुंचे बीजेपी सांसद मीणा
रामप्रसाद मीणा के सुसाइड के बाद उसका सुसाइड वीडियो वायरल हुआ और उसने सांसद मीणा से मदद की गुहार की थी। उसका वीडियो वायरल होने के बाद मदद को सांसद किरोडी लाल मीणा आ पहुंचे । पिछले 3 दिन से किरोड़ी लाल मीणा सरकार के खिलाफ धरने पर बैठे रहे और आखिर आज शाम 6:00 बजे सरकार और किरोड़ी लाल मीणा के बीच में सहमति बनी है ।
8 मांगों पर बनी सहमति
सरकार मृतक रामप्रसाद मीणा के परिवार को 50 लाख रुपए देगी एवं परिवार के आश्रित को संविदा पर नौकरी देगी। उसके अलावा जमीन पर जो भी दांवपेच लगाए गए थे वह सभी हटा लिए गए हैं। इस पूरे मामले में अब तक 8 लोगों में से 5 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं । वहीं नगर निगम ने अपने इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया है। हालांकि जो अफसर इस पूरे घटनाक्रम के लिए जिम्मेदार रहे उन पर अभी तक किसी तरह की आंच नहीं आई है।