कोटा में सरकार और प्रशासन की तमाम कड़ी कार्रवाई के बाद भी स्टूडेंट्स के सुसाइड के मामले थम नहीं रहे हैं। अब एक जेईई छात्र का शव चंबल बीहड़ में मिला है। रचित मूल रूप से मध्य प्रदेश के ब्यावरा का रहने वाला है। जो कोटा में रहकर जेईई की तैयारी कर रहा था।
कोटा. रचित, यह नाम कोटा में पिछले 9 दिनों से काफी सुर्खियों में रहा। यह स्टूडेंट नौ दिनों से लापता था। लेकिन अब यह मिल चुका है लेकिन घरवाले अब इसकी लाश लेकर ही जाएंगे। क्योंकि इसने सुसाइड कर लिया था जिसकी बॉडी अब मिली है। रचित मूल रूप से मध्य प्रदेश के ब्यावरा का रहने वाला है। जो कोटा में रहकर जेईई की तैयारी कर रहा था।
टेस्ट देने के लिए हॉस्टल से निकला था...
रचित 11 फरवरी को टेस्ट देने के लिए हॉस्टल से निकला था, लेकिन फिर वह वापस नहीं लौटा। जब उसके लापता होने की सूचना मिली तो पुलिस ने तलाश शुरू की। जिसके बाद गडरिया महादेव इलाके में उसका समान मिला। ऐसे में पुलिस ने चंबल और गडरिया महादेव इलाके में करीब 50 किलोमीटर जंगल छान मारा लेकिन रचित का कुछ भी पता नहीं चल पाया।
खाई में चट्टान और पेड़ के बीच अटकी थी लाश
बता दें कि जहां रचित का सामान मिला था वहीं से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर खाई में चट्टान और पेड़ के बीच उसका शव अटका हुआ मिला। रेस्क्यू टीम को जब दुर्गंध आई तो वह मौके पर पहुंचे तो उन्हें रचित की डेड बॉडी मिली। इसके बाद उन्होंने शव को वहां से मोर्चरी में शिफ्ट करवाया। आज पुलिस की मौजूदगी में पोस्टमार्टम होगा। पुलिस का मानना है की पढ़ाई में तनाव के चलते यह सुसाइड किया गया है।
कोटा में नहीं थम रहे सुसाइड के मामले
कोचिंग और सरकार की तमाम कड़ी कार्रवाई के बाद भी स्टूडेंट्स के आए दिन सुसाइड के मामले सामने आ रहे हैं। पिछले दो सालों से इनकी संख्या लगातार बढ़ी है। जबकि कलेक्टर कोचिंग को लेकर सख्त आदेश दे चुके हैं। फिर बच्चों के सुसाइड के मामले नहीं थम रहे हैं।