झालावाड़. राजस्थान के झालावाड़ जिले के झालरापाटन में एक दिलचस्प लेकिन चिंताजनक मामला सामने आया है। यहां की 12 वर्षीय बच्ची खुशी ने अपने धार्मिक जुनून के चलते घर छोड़ने का फैसला किया। उसने अपनी मां को लिखा कि वह कान्हा जी से मिलने और संन्यास लेने जा रही है। यह घटना परिवार के लिए एक बड़े सदमे का कारण बन गई है।
चिट्ठी पढ़कर हेमकंवर के होश उड़ गए
खुशी की मां, हेमकंवर... जो सेटेलाइट अस्पताल में काम करती हैं, ने सोमवार को अपने काम पर जाने से पहले खुशी को घर पर छोड़ा। जब वह ड्यूटी से लौटकर घर आई, तो उन्हें खुशी का कहीं पता नहीं चला। घर में खोजबीन के दौरान, उन्हें खुशी की एक चिट्ठी मिली, जिसमें उसने मथुरा जाने और राधा.कृष्ण की पूजा में लीन होने की इच्छा जताई थी। चिट्ठी पढ़कर हेमकंवर के होश उड़ गए। उन्होंने तुरंत अपने रिश्तेदारों को इस मामले की जानकारी दी और फिर थाने जाकर रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने खुशी की खोज शुरू कर दी है। कल रात मिसिंग रिपोर्ट दर्ज की गई है।
परिवार और पुलिस उसे कर रही तलाश
खुशी ने घर से केवल 1000 रुपये और अपने आवश्यक सामान के साथ निकलने का निर्णय लिया था। उसने चिट्ठी में लिखा है कि वह संन्यास लेने जा रही है और किसी भी कोशिश में नहीं आना चाहती। यह जानकर हेमकंवर बेहद चिंतित हैं और उन्हें समझ नहीं आ रहा कि उनकी बेटी के मन में यह विचार कैसे आया। परिवार के साथ ही पूरे शहर की पुलिस उसे तलाश कर रही है। एक टीम को मथुरा भी भेजा जा रहा है। परिवार के लोग भी मथुरा के लिए रवाना हुए हैं।
खुशी अत्यधिक धार्मिक प्रवृत्ति की…
हेमकंवर ने बताया कि खुशी अत्यधिक धार्मिक प्रवृत्ति की है और वह अक्सर मथुरा जाने की योजना बनाती थीं। हालांकि, उन्हें कभी यह नहीं लगा कि खुशी इस हद तक जाएगी।