कोटा. शिक्षा की नगरी कोटा में सिर्फ दस रूपए के गुटखे के कारण मर्डर हो गया। जिसकी हत्या की गई है उसे बेहद बुरी तरह से काटा गया। इतने चाकू मारे कि आंते बाहर आ गईं, टुकड़े हो गई। अस्पताल में उनको जोड़ा गया लेकिन जान बच नहीं सकी। महावीर नगर थाना पुलिस इस केस की जांच कर रही है।
तीनों लड़कों ने तीन गार्ड पर 11 बार चाकू मारे
पुलिस ने बताया कि घटना शनिवार दोपहर की है। कोटा में हाल ही में नया अस्पताल बना है। इस अस्पताल की सुपर स्पेशलिटी विंग में तैनात गार्डों के साथ यह घटना हुई है। तीन गार्ड सुरेन्द्र, शिव सिंह और रामकरण शनिवार को ड्यूटी पर थे। इस दौरान तीन लड़के अंदर जाने लगे। उनको रोका गया और तलाशी ली गई। उनमें से एक के पास एक गुटखा था। गार्ड ने गुटखा बाहर रखकर आने को कहा। इसी बात पर विवाद हो गया और तीनों लड़कों ने तीनों गार्ड पर 11 बार चाकू मारे।
गार्ड की इस बात पर वो बन गए हैवान
तीनों गार्ड खून से लथपथ हो गए। उनको तुरंत आईसीयू में भर्ती किया गया। रामकरण नाम के गार्ड की आंते बाहर निकाल दीं और पेट चीर दिया। रामकरण का शनिवार रात ऑपरेशन किया गया। लेकिन उसकी हालत बिगड़ती चली गई और कल रात उसकी मौत हो गई। इधर हमला करने के आरोप में पुलिस ने दो लड़कों को अरेस्ट कर लिया है। तीसरे की तलाश जारी है। अन्य दो गार्ड भी अस्पताल में भर्ती चल रहे हैं। दोनो गार्ड ने कहा कि लड़के को सिर्फ इतना कहा था कि गुटखा बाहर रख दो, अंदर गुटखा लाना मना है। उसने कहा कि दस रुपए खराब हो जाएंगे। इसी बात पर विवाद हुआ था।
कोटा बनता जा रहा है क्राइम सिटी
बता दें कि कोटा पहले शिक्षा नगरी के नाम से जाना जाता है। जो शहर देश को लाखों डॉक्टर और इंजीनियर दे चुका है, अब वहां खौफनाक क्राइम हो रहा है। तो जेईई और आईआईटी की कोचिंग स्टूडेंट डिप्रेशन में आकर सुसाइड कर ले रहे हैं। आलम यह हो गया है कि माता-पिता बच्चों अब कोटा भेजने के लिए डरने लगे हैं।