
कोटा (kota). आज महाशिवरात्रि का पर्व पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। राजस्थान में भगवान शिव के कई अनोखे मंदिर है जहां कोई शिवलिंग कारण तीन बार बदलता है तो कोई शिवलिंग की गहराई का आज तक पता नहीं चल पाया है लेकिन क्या आप जानते हैं राजस्थान में एक मंदिर ऐसा भी है जहां भगवान शिव अपनी बेटी के साथ विराजते हैं। इतना ही नहीं इस मंदिर की यह मान्यता है कि भगवान शिव यही प्रकट हुए थे।
सूर्य की पहली किरण भगवान शिव का अभिषेक
हम बात कर रहे हैं राजस्थान की एजुकेशन सिटी कहे जाने वाले कोटा के महादेव मंदिर कर्णेश्वर धाम की। यहां भगवान शिव का मंदिर करीब 1500 साल पहले बना हुआ है। हालांकि अब यह मंदिर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधीन आता है। भगवान शिव के इस मंदिर में भगवान शिव के अलावा पार्वती बेटा गणेश और कार्तिकेय और उनकी पहली पत्नी और राजा दक्ष की बेटी सती और अशोकासुंदरी की भी मूर्ति लगी हुई है। मंदिर की सबसे खास बात तो यह है कि सूर्य की पहली किरण ही भगवान शंकर का अभिषेक करती है।
15 सौ साल पुराना है मंदिर, राजा महाराजा करने आते थे पूजा
मंदिर के महंत श्याम गिरी बताते हैं कि यह भक्तों की रक्षा करने के लिए भगवान शिव साक्षात प्रकट हुए थे। हालांकि उस दौरान कोटा शहर बसा नहीं था। ऐसे में यह एक जंगल ही था जहां राजा महाराजा अभी तांगे से ही आया करते थे। राजा घोड़ों पर सवार होकर मंदिर में पूजा करने के लिए आते थे। मंदिर में जगह-जगह करीब आधा दर्जन से ज्यादा शिवलिंग लगे हुए हैं। वही इस मंदिर से जुड़ी कई मान्यताएं और भी है। बताया जाता है कि भरत का जन्म भी यही हुआ था। उसके नाम से ही हमारे देश का नाम भारत हुआ।
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