
कोटा, 30 मई. राजस्थान की एजुकेशन सिटी कोटा शहर जहां युवा देश भर से अपने सपने पूरे करने आते हैं। हर साल हजारों युवा देश दुनिया में नौकरियां पाते हैं और अच्छा भविष्य बुनते हैं, लेकिन कुछ किस्से कहानियां ऐसी भी है जो कोई भी नहीं कहना सुनना चाहता। शहर से इसी तरह का एक मामला सामने आया है। संभवत अपनी तरह का यह पहला केस है। फिलहाल पुलिस ने कोई केस दर्ज नहीं किया है, उनका कहना है कि पीड़ित पक्ष ने अभी तक कोई शिकायत नहीं दी है। शिकायत देने के रास्ते उनके लिए हमेशा खुले हैं।
मध्य प्रदेश से सुनहरे भविष्य के सपने लेकर आई कोटा
कोटा की कुन्हाड़ी थाना पुलिस ने बताया है कि मध्य प्रदेश से सुनहरे भविष्य के सपने लेकर एक किशोरी जिसकी उम्र करीब 14 साल थी, वह 2 साल पहले कोटा पहुंची थी। कुन्हाड़ी इलाके में उसने किराए का कमरा दिया और कोचिंग शुरु कर दी। माता-पिता से फोन पर लगातार बात होती रही तो माता पिता को बेटी से मिलने की जरूरत नहीं पड़ी।
एमपी में रहने वाले माता-पिता को कुछ ऐसा पता चला की उड़े होश
पीड़ित माता पिता को लगा बेटी अच्छे से पढ़ रही है और सबकुछ ठीक है। लेकिन 2 दिन पहले माता-पिता पर दुखों का पहाड़ टूट गया। बेटी ने मां को फोन करके बताया कि वह गर्भवती है और साढ़े 8 महीने का समय बीत चुका है। माता-पिता की हालत काटो तो खून नहीं जैसी हो गई। वह लोग सीधे कोटा पहुंचे और बेटी को कोटा के जनाना अस्पताल में लेकर गए। वहां बताया गया कि बेटी नाबालिक है और बिन ब्याही मां बनी है। डॉक्टरों ने उसको भर्ती कर लिया जहां उसने बेबी को जन्म दिया।
नाबालिग बेटी को परिजन कोटा से वापस ले गए एमपी
बेबी के जन्म के पहले तो परिवार के लोगों ने बच्चे को अपनाने के लिए सहमति दे दी, लेकिन बाद में जब बच्चा पैदा हुआ तो परिवार के लोगों ने उसे साथ रखने से इंकार कर दिया। फिलहाल बच्चे को जेके लोन अस्पताल में ही भर्ती किया गया है और उसके बाद उसे बाल आश्रम में भेज दिया जाएगा। डॉक्टरों की टीम ने इस बारे में बाल कल्याण समिति को जानकारी भी दी है। वहीं जन्म देने के बाद परिवार के लोग सोमवार शाम को अपनी बेटी को लेकर कोटा से चले गए हैं।
राजस्थान पुलिस ने दी ये जानकारी
कोटा की कुन्हाड़ी पुलिस का कहना है कि वे परिवार से संपर्क में है, लेकिन माता पिता ने बेटी के साथ यह गंदा काम करने वाले के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी है। पुलिस का कहना है कि यदि शिकायत मिली तो एफआईआर दर्ज कर संबंधित थाने को दे जाएगी। हालांकि परिवार के लोगों ने मंगलवार को कोटा पुलिस को फोन करके जल्द ही लौटने की बात जरूर कही है।
कोटा की यह शर्मनाक घटना उन माता-पिता को अलर्ट करने वाली है, जो अपने बच्चों को यहां पढ़ने भेजते हैं। वहीं यहां आने वाले बच्चों के लिए कोचिंग संचालकों की भी जिम्मेदारी भी अहम है।
राजस्थान की राजनीति, बजट निर्णयों, पर्यटन, शिक्षा-रोजगार और मौसम से जुड़ी सबसे जरूरी खबरें पढ़ें। जयपुर से लेकर जोधपुर और उदयपुर तक की ज़मीनी रिपोर्ट्स और ताज़ा अपडेट्स पाने के लिए Rajasthan News in Hindi सेक्शन फॉलो करें — तेज़ और विश्वसनीय राज्य समाचार सिर्फ Asianet News Hindi पर।