राजस्थान के कोटा शहर से सनसनीखेज घटना सामने आई है। ऑक्सीजन मास्क में से निकली आग से एक मरीज जलकर मर गया। सरकारी हॉस्पिटल में रूम के बाहर बैठे घर वाले सोच रहे थे इलाज हो रहा है अंदर जबकि आग झुलसकर चली गई जान। सदमे में आया परिवार।
कोटा (kota News). कभी सुना है कि ऑक्सीजन मास्क में से आग निकले और मरीज राख हो जाए। सुनने में असंभव जरुर लग रहा है लेकिन ऐसा हुआ है राजस्थान के कोटा शहर में स्थित सरकारी अस्पताल में। बाहर परिवार वाले सोच रहे थे बेटे का इलाज चल रहा है, अंदर वार्ड में बेटा जलने से मर चुका था। अब इस मामले में डॉक्टर्स और स्टाफ के खिलाफ लापरवाही के आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया गया है। जिले की अनंतपुरा थाना पुलिस केस की जांच कर रही है। मामला कोटा जिले के नए मेडिकल अस्पताल का है।
कोटा में इलाज कराने सरकारी हॉस्पिटल में आया था युवक
पुलिस ने बताया कि कोटा में रहने वाला वैभव शर्मा पांच छह दिन पहले अस्पताल में भर्ती हुआ था। किसी कारण से उसकी छोटी आंत फट गई थी और इसका उपचार कराने के लिए उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसे अस्पताल के एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर अतुल शर्मा की यूनिट में रखा गया था और डॉक्टर शर्मा ने ही आंत का ऑपरेशन किया था। वैभव तेजी से रिकवर कर रहा था और जल्द ही उसकी अस्पताल से डिस्जार्ट करने की भी तैयारी थी। लेकिन इस बीच कल रात उसकी मौत हो गई और वह भी अस्पताल के वार्ड में जलने के कारण। उसे रातों रात ही मुर्दाघर में शिफ्ट कर दिया गया। लेकिन जब परिवार को पता चला तो हंगामा हो गया।
लाइफ बचाने वाले ऑक्सीजन मास्क ने ही ले ली युवक की जान
परिवार का कहना है कि बेटा सही हालात में था फिर भी उसे बेहद गंभीर बताकर अलग वार्ड में ले जाया गया। उसे लाइफ सपोर्ट सिस्टम में डाला गया। उसे ऑक्सीजन मास्क लगाया गया और उसके शॉक दिए गए। शॉक देने के दौरान एक चिंगारी मास्क पर लगी और ऑक्सीजन मास्क में आग लग गई। उसका पूरा चेहरा, बाल, गर्दन और छाती जल गया और मौके पर ही वैभव की जान चली गई। वहीं अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि मरीज की जान बचाते हुए यह हादसा हुआ है। मामले की जांच कर रहे हैं।
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