
जोधपुर. राजस्थान के जोधपुर जिले से सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एयरफोर्स के mi-17 हेलीकॉप्टर की एक खेत में इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई। इस दौरान यह लैंडिंग हुई। उस वक्त उस हेलीकॉप्टर में करीब 20 एयर फोर्स के जवान मौजूद थे। हालांकि गनीमत रही कि सुरक्षित लैंडिंग होने के चलते कोई भी नुकसान नहीं हुआ और फिर तकनीकी खामी को दूर कर हेलीकॉप्टर को 2 घंटे बाद रवाना कर दिया गया।
जानिए क्या है इस स्पेशल विमान की खासियत
आपको बता दें कि हेलीकॉप्टर mi-17 वायुसेना की सबसे शक्तिशाली हेलीकॉप्टरों में से एक है। देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की महत्वपूर्ण यात्राओं में इसी हेलीकॉप्टर का उपयोग लिया जाता है। यहां तक कि देश के सबसे खतरनाक इन इलाकों जैसे सियाचिन ग्लेशियर और पूर्वी लद्दाख सहित अरुणाचल प्रदेश के कई इलाकों में सेना के जवानों को और सामान को इसी हेलीकॉप्टर के जरिए ले जाया जाता है। राजस्थान में इस तरह का यह पहला मामला नहीं है जब तकनीकी खामी के चलते हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई हो। इससे पहले भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। हालांकि इनमें सबसे बड़ा हादसा भरतपुर और मध्य प्रदेश की सीमा पर हुआ था जहां हादसे में दो सेना के जवानों की मौत भी हुई थी।।
उड़ान भरने के 5 बाद ही आ गई तकनीकी खराबी
दरअसल mi-17 हेलीकॉप्टर नहीं जोधपुर के एयरफोर्स स्टेशन से उड़ान भरी थी। जिसे फलोदी जाना था। लेकिन करीब 5 मिनट बाद ही हेलीकॉप्टर में अचानक तकनीकी खराबी आ गई। जिसके बाद पायलट ने उसे खेत में उतारने का निर्णय किया। इसके बाद जोधपुर के ही पीलवा गांव में हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई। जैसे ही हेलीकॉप्टर खेत में उतरा तो आसपास में गांव के सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई। भीड़ को हटाने के लिए मौके पर भारी पुलिस जाब्ता भी तैनात किया गया।
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