पैसा नहीं था तो मजदूर पिता ने बेटी के लिए सीमेंट से बना दिए डंबल, इन्हीं से राजस्थान की इस खिलाड़ी ने जीते पदक

अपनी बेटी का खेल के प्रति जुनून देखने के बाद पत्थर तोड़ने वाले मजदूर पिता ने पैसे की कमी के चलते सीमेंट से ही डंबल और वेट लिफ्टिंग का सामान बना दिया। इन्हीं से प्रैक्टिस करके बेटी ने जिला और स्टेट लेवल पर कई पदक जीत चुकी।

झुंझुनू (jhunjhunu News). राजस्थान में खेल प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। यहां कोई सा भी गेम हो हर गेम के एक से एक खिलाड़ी है। यह खिलाड़ी उन हालातों में तैयार होते हैं जिनमें दो वक्त की रोटी खा पाना भी मुश्किल हो जाता है। लेकिन यही खिलाड़ी इस कदर खेल के लिए तैयार हो जाते हैं कि जो केवल अपने शहर ही नहीं बल्कि पूरे देश का नाम रोशन करते हैं। इनकी संघर्ष की कहानियां भी ऐसी कि जिन्हें सुनकर किसी की आंख से भी आंसू आ जाए।

झुंझुनू की कंचन गुर्जर को खेलने का इंटरेस्ट

Latest Videos

ऐसी ही एक खिलाड़ी है राजस्थान के झुंझुनू जिले की रहने वाली वेटलिफ्टर कंचन गुर्जर की। कंचन गुर्जर मूल रूप से झुंझुनू जिले के उदयपुरवाटी क्षेत्र की एक छोटी सी ढाणी मंडावरा गांव की रहने वाली है। जिसके पिता कालूराम गुर्जर और मां शांति देवी दोनों ही मजदूरी का काम करते हैं। पैदा होने के बाद से लगातार कंचन का खेलों में इंटरेस्ट रहा। कई बार कंचन माता-पिता को भारी सामान आसानी से उठाते हुए देखती तो वह भी धीरे-धीरे इसकी प्रैक्टिस करने लगती।

घर में खाने को पैसे नहीं फिर भी पिता ने ट्रेनिंग के संसाधन जुटाए

हालांकि छोटी उम्र में कई बार उससे वजन नीचे भी गिर जाता। लेकिन फिर उसने धीरे-धीरे प्रेक्टिस करना शुरू किया। इतना ही नहीं कंचन पढ़ाई में भी पीछे नहीं रही। कंचन वर्तमान में बीए में पढ़ रही है। इसके अलावा उसे कबड्डी खेल का भी शौक है। कब्बडी खेल में उसने कई मेडल भी जीते हैं। अब कंचन का सपना वेटलिफ्टर बनने का है। लेकिन संसाधन नहीं होने के चलते वह घर में रखे मटको में सीमेंट भर लेती है और उसके बाद उन्हें उठाकर प्रैक्टिस करती है। इसके लिए उन्हें पड़ोसी सुरेश कुमावत कोच के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

अपनी मेहनत के दम पर कंचन ने जीते कई मैडल

वही यदि बात करें परिवार के हालातों की तो परिवार गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहा है। अभी तक यह लोग कच्चे मकानों में रह रहे हैं। आपको बता दें कि कंचन ने साल 2018 में जिला स्तर पर कबड्डी में सिल्वर और 2019 में गोल्ड मेडल जीता। इसके बाद साल 2022 में उसने राज्य स्तर पर वेटलिफ्टिंग में ब्रॉन्ज मेडल और 2023 में जिला स्तर पर वेटलिफ्टिंग में गोल्ड मेडल जीता। इसके अलावा खेलो इंडिया में वेटलिफ्टिंग में कंचन ने ब्रोंज मेडल हासिल किया हुआ।

Share this article
click me!

Latest Videos

The Order of Mubarak al Kabeer: कुवैत में बजा भारत का डंका, PM मोदी को मिला सबसे बड़ा सम्मान #Shorts
सचिन तेंदुलकर ने बॉलिंग करती लड़की का वीडियो शेयर किया, बताया भविष्य का जहीर खान #shorts
कौन है 12 साल की सुशीला, सचिन तेंदुलकर ने बताया भविष्य का जहीर खान, मंत्री भी कर रहे सलाम
जयपुर अग्निकांड: एक दिन बाद भी नहीं थमा मौत का सिलसिला, मुर्दाघर में लग रही भीड़
Mahakumbh 2025: महाकुंभ में तैयार हो रही डोम सिटी की पहली झलक आई सामने #Shorts