राजस्थान के नागौर शहर से दर्दनाक खबर सामने आई है। यहां एक क्लर्क ने प्रिसिंपल के अत्याचारों से परेशान होकर आज खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। गंभीर घायल हालत में पुलिस को इतना ही बोला- प्रिंसिपल परेशान करती थी, जीने का क्या फायदा।
नागौर (nagaur news). राजस्थान के नागौर जिले के परबतसर इलाके में स्थित एक सरकारी स्कूल के एक क्लर्क ने आज खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। वह करीब 70 से 80 फ़ीसदी तक झुलस गया है। उसे लगभग पूरे शरीर पर पट्टी बांधी गई है। शरीर का कुछ हिस्सा ही ऐसा बचा है जहां आग ने नुकसान नहीं किया। चेहरे से लेकर पैर के अंगूठे तक लगभग हर जगह चमड़ी उतर चुकी है । अब पुलिस इस घटना की जांच पड़ताल कर रही है।
15 दिन पहले हुआ ट्रांसफर, प्रिंसिपल ने नहीं किया रिलीव
परबतसर पुलिस ने बताया कि फिलहाल रामसुख मेघवाल की हालत बेहद गंभीर है। उसे अजमेर के जेएलएन अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसने जो बयान दिए हैं उसी बयान के आधार पर जांच पड़ताल की जा रही है । पुलिस ने कहा कि रामसुख 55 साल के हैं, उनका तबादला करीब 15 दिन पहले हो गया था। लेकिन स्कूल के प्रिंसिपल सीमा चंदेल उसको रिलीव नहीं कर रही थी ।इसी बात को लेकर कई बार आपस में विवाद भी हुआ था।
स्कूल में इतना परेशान हुआ की कई बार सुसाइड के आए ख्याल
सीमा चंदेल पर यह भी आरोप लगाए गए हैं कि सीमा और स्कूल के कुछ अन्य स्टाफ महावीर नाहर , सुमित आदि रामसुख को परेशान करते थे। उटपटांग बयान बाजी करते थे और बच्चों के सामने नीचा दिखाने की कोशिश करते थे। रामसुख ने पुलिस को कहा कि वह इतना परेशान हो गया था कि स्कूल में फांसी लगाने की तैयारी कर ली थी, कई दिन से कोशिश कर रहा था लेकिन फांसी लगाने की जगह नहीं मिली। तो 5 दिन पहले वह पेट्रोल पंप से पेट्रोल बोतल में भरवा कर ले कर आया था और इस बोतल को उसने स्कूल में ही रखा था। आज उसने पेट्रोल डालकर खुद को आग लगा ली ।
रामसुख ने पुलिस को कहा कि उसे पता है वह नहीं बचेगा, लेकिन जिन लोगों ने उसे प्रताड़ित किया है वह भी नहीं बचना चाहिए। इस पूरे घटनाक्रम के बारे में फिलहाल स्कूल के प्रिंसिपल सीमा चंदेल या अन्य स्टाफ से कोई बयान सामने नहीं आया है। पूरे मामले की जांच परबतसर पुलिस कर रही है।
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