कोटा में सुसाइड के मामले लगाता बढ़ रहे हैं। आज भी दो स्टूडेंट्स ने अपनी जिंदगी खत्म कर ली। इसे लेकर प्रशासन और सरकार की चिंता बढ़ गई है। कैबिनेट मिनिस्टर गोविंद राम मेघवाल ने भी बढ़ते सुसाइड केस पर चिंता व्यक्त की है।
जयपुर। राजस्थान का कोटा जिला सुसाइड सिटी बनता जा रहा है। आज फिर कोटा में दो छात्रों ने सुसाइड कर लिया है। एक नेे कोचिंग की बिल्डिंग से कूदकर जान दे दी तो दूसरे ने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इससे प्रदेश सरकार से लेकर कोटा प्रशासन की चिंता भी गहरा गई है। राजनेता भी कोटा में हो रहे सुसाइड केस से चिंतित हैं।
मेघवाल बोले, आखिर क्यों सुसाइड कर रहे छात्र…
राजस्थान के कैबिनेट मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने कोटा में हो रहे सुसाइड केस पर कहा कि समझ नहीं पा रहा हूं कि छात्र सुसाइड क्यों कर ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों को पॉजिटिव अप्रोच रखना चाहिए। इसके अलावा पढ़ने वाले बच्चों को बुरी संगत से बिल्कुल दूर रहना चाहिए। लाइफ को ऐसे खराब नहीं करना चाहिए।
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फैमिली से बात करिए तनाव दूर होगा
उन्होंने कहा कि इन दिनों युवा डिप्रेशन और तनाव से गुजरने पर ऐसे आत्मघाती कदम उठा ले रहे हैं जो बिल्कुल गलत है। उन्होंने कहा कि पहले लोग फैमिली के साथ रहते थे। कोई भी प्रॉब्लम होने पर परिवार से बातचीत करते थे और समस्या हल हो जाती है। उन्होंने कहा कि छात्र फैमिली से बात करें और हमेशा आशावादी बनें, अच्छी संगत रखें तो कोई तनाव नहीं होगा।
हर साल हजारों की संख्या में कोटा आते हैं स्टूडेंट्स
कोटा देश का बड़ा एजुकेशन हब है। हर साल यहां हजारों की संख्या में स्टूडेंट्स नीट और जेईई की परीक्षा की तैयारी के लिए आते हैंं। काफी संख्या में छात्रों का यहां से सेलेक्शन भी होता है, लेकिन इस साल सुसाइड के बढ़ते मामलों से कोटा प्रशासन और प्रदेश सरकार भी परेशान है। अब तक इस साल 24 सुसाइड के मामले सामने आ चुके हैं। वहीं पिछले साल सुसाइड के कुल 15 मामले हुए थे।