सभी की नजरें सुबह से ही टीवी पर लगी हुईं हैं क्योंकि आज राजस्थान के मुख्यमंत्री का ऐलान होगा। विधायक दल की बैठक जारी है। इसी बीच सीएम की रेस में केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी का नाम आया है। उन्हें अचानक दिल्ली से जयपुर बुलाया गया है।
जयपुर. मध्य प्रदेश में मोहन यादव और छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय की तरह राजस्थान में भी मुख्यमंत्री की रेस में चौंकाने वाला नाम सामने आ सकता है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत अन्य पर्यवेक्षक जयपुर पहुंच चुके हैं। जयपुर में भारतीय जनता पार्टी के हेड क्वार्टर में विधायक दल की बैठक शुरू होने वाली है। सभी विधायक इस बैठक में शामिल होने के लिए आ चुके हैं । राजनाथ सिंह का स्वागत करने के लिए सीपी जोशी जो कि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं, वे जयपुर एयरपोर्ट पहुंचे और उसके उनके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी वहां पहुंची । वसुंधरा राजे ने राजस्थानी रीति रिवाज से राजनाथ सिंह का स्वागत किया और उन्हें राजस्थानी पगड़ी पहनाई। उसके बाद सब लोग भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय के लिए रवाना हो गए।
अचानक सीएम रेस में आया केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी का नाम
तमाम प्रक्रिया के बीच में अब एक चौकाने वाला नाम सामने आ रहा है, वह है केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी का। कैलाश चौधरी राजस्थान से ताल्लुक रखते हैं और फिलहाल केंद्र सरकार में मंत्री हैं । उन्हें जयपुर बुलाया गया है दोपहर 3:00 तक में जयपुर पहुंच जाएंगे। इसके अलावा दिल्ली में उनके सरकारी आवास के पास सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है । चर्चा हो रही है कि जो चौंकाने वाला नाम सामने आ सकता है वह कहीं कैलाश चौधरी तो नहीं।
जाट समाज से आते हैं कैलाश चौधरी
कैलाश चौधरी जाट समाज से आते हैं और वह पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के भी करीबी माने जाते हैं । चर्चा है अगर उन्हें शीर्ष पद दिया जाता है तो कहीं ना कहीं वसुंधरा राजे भी इसमें बगावत नहीं करेंगे और पार्टी के नियमों को फॉलो करेंगी । लेकिन अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा। चर्चा यह भी है कि राजस्थान में दो डिप्टी सीएम बनाए जा रहे हैं। जिनमें ओबीसी समाज से एक डिप्टी सीएम बनाने की तैयारी चल रही है।
वसुंधरा राजे सीएम रेस से चल रहीं बाहर
भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने जिस तरह से मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में चौकाया है इस तरह से राजस्थान में भी चौकाया जा सकता है। ऐसे में पिछले कई दिनों से मेहनत कर रही पूर्व सीएम वसुंधरा राजे इस रेस से लगभग बाहर दिख रही है।