
डूंगरपुर. राजस्थान के एक स्कूल में प्रिंसिपल और टीचर बच्चों को प्रार्थना के अलावा कुछ अलग कसम और प्रार्थना करवा रहे थे। राजस्थान को भील यानी आदिवासी प्रदेश बनाने की प्रार्थना और कसम बच्चों को दिलवाई जा रही थी। यह प्रक्रिया कई दिनों से चल रही थी। इसे लेकर कुछ बच्चों के परिजनों ने विरोध दर्ज करवाया था, लेकिन पिछले सप्ताह इस प्रार्थना सभा का वीडियो वायरल हो गया और यह मंत्री बाबूलाल खराड़ी तक पहुंच गया ।
दो टीचर के खिलाफ लिया एक्शन
राजस्थान के डूंगरपुर जिले के डोलवर हुबली इलाके में स्थित सरकारी स्कूल का यह पूरा मामला है। सरकार ने प्रिंसिपल और दो टीचर के खिलाफ एक्शन लिया है। कुछ अन्य टीचर की भूमिका संदिग्ध है, उसके बारे में बच्चों से पूछताछ की जा रही है। मामला हैरान करने वाला है। पूरी घटना का एक वीडियो वायरल हुआ और इसके बाद ही सरकार ने एक्शन लिया है।
शिक्षा अधिकारी ने सही बताया वीडियो
मंत्री के कहने पर जिला शिक्षा अधिकारी रणछोड़ दास ने इस वीडियो की पुष्टि की और जांच में यह वीडियो सही पाया गया। टीचर और प्रिंसिपल प्रार्थना सभा में बच्चों को सरस्वती वंदना, देशभक्ति गीत के अलावा भील प्रदेश बनाने की प्रार्थनाएं और कसम दिलवा रहे थे। जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि यह प्रार्थना सभा नियमों के विरुद्ध है, इसलिए एक प्रिंसिपल और दो टीचर के खिलाफ एक्शन लिया है। यह राजस्थान में अपने तरह का अलग ही मामला है ।
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मंत्री ने कहा- यह घटना माफी के लायक नहीं
राजस्थान सरकार में मंत्री और आदिवासी इलाके से आने वाले बाबूलाल खराड़ी ने कहा कि राजस्थान में भील प्रदेश बनाने की मांग चल रही है। सरकार इस पर क्या एक्शन लेती है यह अभी तय नहीं है। लेकिन इस तरह से प्रार्थना सभा में बच्चों को जबरन प्रार्थनाएं करवाना माफी के योग्य नहीं है।
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